हमारी सेहत के लिए सेब का सेवन बहुत फायदेमंद है. किसी भी तरह की बीमारी में डॉक्टर्स की सलाह आमतौर पर यही होती है कि सेब खाइए. आपने भी वो कहावत जरूर सुनी होगी कि हर दिन एक सेब खाने का मतलब बीमारियों को दूर भगाना है. लेकिन क्या आपको पता है कि जिस सेब को सेहत का वरदान समझकर आप घर में ला रहे हैं, वो जहर के समान हो सकता है और आपकी सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकता है.
जी हां, आज सेबों पर कृत्रिम वैक्स का उपयोग किया जा रहा है, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है. इससे न केवल आपको पेट और श्वसन की परेशानियों आ सकती है, बल्कि शरीर के भीतर कई प्रकार के संक्रमण भी हो सकते हैं. चलिए आज हम आपको इस बारे में विस्तार से बताते हैं.
क्यों हो रहा है सिंथेटिक वैक्स का उपयोग
सेबों के अंदर प्राकृतिक तौर पर वैक्स होता है, जो इसे ताजा रखता है. लेकिन लंबे समय तक इसे सुंदर और ताजा रखने के लिए किसान एवं विक्रेता सिंथेटिक वैक्स का उपयोग करते हैं. सिंथेटिक वैक्स सेब को बहुत अधिक दिनों तक चमकदार और नया सा बनाए रखता है. ऐसे सेबों को देखकर ग्राहकों को भ्रम होता है कि ये बिलकुल ताजे हैं.
एफएसएसएआई (FSSAI) के तहत भी है मंजूरी
इस बात पर आपको हैरानी हो सकती है कि सेबों पर वैक्स लगानी की मंजूरी खुद एफएसएसआई भी विक्रेताओं को देती है. हालांकि इसके लिए भी नियम बनाए गए हैं कि वैक्स की मात्रा जरूरत से अधिक न हो.
कैसे करें वैक्स की जांच
सेबों पर वैक्स की जांच करना बहुत आसान है. आम तौर पर वैक्स लगे हुए सेब सामान्य सेबों के मुकाबले अधिक चमकदार और नये दिखाई देते हैं. उनके छिलके फिसलन वाले होते हैं.
वैक्स को हटाने का तरीका
सेब को एक मिनट के लिए गर्म पानी में डालने के बाद किसी मोटे कपड़े या तौलिये से रगड़ दें, आप देखेंगें कि वैक्स हट चुका है. इसके अलावा अगर आप चाहें तो नींबू के रस की कुछ बूंदे और बेकिंग सोडा भी पानी में मिला सकते हैं, इससे वैक्स हट जाएगा.