बदलते हुए वक्त के साथ एक बार फिर कृषि जगत में कमाई के सुनहरे संभावनाएं पनपने लगें हैं. यही कारण है कि इस क्षेत्र में कुशल पेशेवरों की मांग दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. पिछले एक दशक से लगातार कृषि में स्नातक या स्नातकोत्तर की डिग्री की मांग बढ़ रही है. इन डिग्रियों को करने के बाद लोग सरकारी या निजी क्षेत्र में उच्च पदों पर काम कर रहे हैं.
अन्य लोगों की तरह आप भी कृषि में डिग्री लेकर कृषि अधिकारी, उत्पादन प्रबंधक, अनुसंधान वैज्ञानिक आदि बन सकते हैं. वहीं अगर आप चाहें तो फार्म मैनेजर आदि के रूप में भी अपना करियर बना सकते हैं. चलिए आज हम आपको बताते हैं देश के शीर्ष 8 कृषि विश्वविद्यालयों के बारे में जहां से कृषि शिक्षा प्राप्त कर आप अपने करियर को आसमानों की ऊंचाई तक लेकर जा सकते हैं.
नेशनल डेयरी रिसर्च इंस्टिट्यूट (एनडीआरआई), करनाल
1923 में अपनी स्थापना के बाद से ही एनडीआरआई शिक्षा और शोध को लेकर प्रसिद्द रही है. एनडीआरआई डेयरी क्षेत्र उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान करने में सक्षम है. यहां डेयरी की शिक्षा एवं शोध से संबंधित सभी तरह के संसाधन उपलब्ध है. यहां से आप स्नातक, स्नातकोत्तर, पीएचडी और डिप्लोमा पाठ्यक्रम का कोर्स कर सकते हैं.
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (भाकृअसं), दिल्ली
1905 में अपनी स्थापना के बाद से ही ये दिल्ली समेत देशभर में कृषि शिक्षा के लिए 'पुसा' के नाम से लोकप्रिय है. वर्तमान में इस संस्थान में 20 डिवीजन, 3 अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजनाएं, 5 बहु-अनुशासनात्मक केंद्र, 2 ऑफ-सीजन नर्सरी, 8 क्षेत्रीय स्टेशन और 10 राष्ट्रीय केंद्र है.
आचार्य एनजी रंगा कृषि विश्वविद्यालय (एएनजीआरयू), हैदराबाद
12 जून 1964 को आंध्र प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय को स्थापित किया गया था, जिसे 1996में नाम बदलकर आचार्य एनजी रंगा कृषि विश्वविद्यालय कर दिया गया. ये विश्वविद्यालय कृषि, कृषि इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी और गृह विज्ञान में स्नातक और स्नातकोत्तर की डिग्री प्रदान करता है.
पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (पीएयू), लुधियाना
पीएयू देश के सबसे पुराना कृषि संस्थानों में से एक है. इस विश्वविद्यालय में प्रयोगशालाओं, व्याख्यान कक्षों के अलावा अन्य सभी तरह के कृषि शोध संसाधन की सुविधा उपलब्ध है.
भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) :
1889 आईवीआरआई में स्थापित एक शोध संस्थान है जो पशुधन अनुसंधान और विकास के लिए समर्पित है। संस्थान पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान, मूल विज्ञान और पशुधन उत्पाद प्रौद्योगिकी के 20 से अधिक विषयों में पीजी और पीएचडी पाठ्यक्रम प्रदान करता है.
जीबी पंत विश्वविद्यालय कृषि और प्रौद्योगिकी (जीबीपीयूए और टी), उत्तराखंड
1960 में स्थापित ये देश का पहला कृषि विश्वविद्यालय है. यहां कृषि, मूल विज्ञान, कृषि व्यवसाय प्रबंधन, पशु चिकित्सा विज्ञान, मत्स्य विज्ञान विज्ञान और गृह विज्ञान जैसे विभिन्न विषयों में अंडर ग्रेजुएट के साथ ही पीजी कार्यक्रम भी चलाया जाता है.