दुनिया में सिर्फ इंसान या पशु-पक्षी ही नहीं बल्कि फल और सब्जियां भी विचित्र तरह की पाई जाती हैं. जी हां, हमारी धरती अद्भुत फल और सब्जियों से भरी हुई है. आपने आज तक रंग बदलने वाली छिपकलियों के बारे में सुना होगा, लेकिन आज हम आपको कुछ ऐसी सब्जियों के बारे में बताएंगें जो रंग बदलने के लिए जानी जाती हैं.
सब्जियों के रंग और पौष्टिक तत्व
बता दें कि रंगों का पौष्टिक तत्वों से खास संबंध है. इसलिए जब इनका रंग बदलता है तो इनके पौष्टिक तत्वों में भी भारी बदलाव आते हैं. इसके साथ ही इनका स्वाद भी बदल जाता है. चलिए आपको कुछ ऐसी सब्जियों के बारे में बताते हैं.
नारंगी या गुलाबी गोभी
फूल गोभी आम तौर पर हरे रंग की होती है लेकिन इसकी एक विशेष प्रकार की किस्म भी होती है. पोषक तत्वों से भरपूर यह नारंगी या गुलाबी पत्ता गोभी के नाम से भी जानी जाती है. विशेषज्ञों के मुताबिक नारंगी रंग इसमें बीटा कारोटिन की वजह से आता है.
नीला मक्का
दक्षिणी पश्चिमी अमेरिका और मेक्सिको में एक खास प्रकार का मक्का मिलता है. इस मक्के को नीले मक्के के नाम से जाना जाता है. यह मक्का एक खास प्रकार के रसायन के कारण नीला होता है. आम पीले मक्के के मुकाबले इसमें अधिक प्रोटीन होता है.
कलेजी गाजर
आमतौर पर गाजर का रंग पूरी तरह से लाल ही होता है. लेकिन पहाड़ों पर पाई जाने वाली गाजर की एक किस्म का रंग पीला होता है.
बैंगनी आलू
आलू भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के लगभग हर देश में आलू को सबसे लोकप्रिय सब्जी मानी गई है. इसे पेरू और बोलेविया फसल की श्रेणी में रखा जाता है. लेकिन आलू की एक किस्म को बैंगनी आलू के नाम से भी जाना जाता है. माना जाता है कि जमीन में फाइटोकेमिकल्स की अधिकता के कारण ही इसका रंग बैंगनी हो जाता है.