उत्तरी अफ्रीका के माघरेब क्षेत्र में बसे मोरक्को राज्य का नाम तो आपने सुना ही होगा। यहां अधिकांश क्षेत्र सूखाग्रस्त होने के साथ-साथ रेतीले हैं। इस सूखाग्रस्त व रेतीले इलाकों के बीच कहीं कुछ ऐसा भी हो रहा है जिससे दुनिया अनभिज्ञ है. हम आपको यही बताने जा रहे हैं कि इस जगह पर ऐसा क्या अद्भुत हो रहा है जिसे जानकार आप भी आश्चर्यचकित रह जाएंगे.
दुनियाभर में पशुपालन तो हो ही रहा है लेकिन मोरक्को में पाई जाने वाली बकरियां यहां सबके आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं. दरअसल ये बकरियां इसलिए भी सभी को अपनी ओर आकर्षित करती हैं कि ये झुंड में एकसाथ पेड़ों पर चढ़कर अपना भोजन करती हैं. अब आप भी सोच रहे होंगे कि इसमें ऐसी क्या खास बात है? आपको बता दें कि यह बकरियां सिर्फ भोजन करने के लिए ही पेड़ पर नहीं चढ़तीं बल्कि किसी खास वजह के चलते वे ऐसा करती हैं.
आइए जानते हैं कि आखिर क्यों ये बकरियां पेड़ों पर चढ़ती हैं ?
दरअसल मोरक्को की जमीन रेतीली होती है जिसकी वजह से बकरियों को जमीन पर भोजन बड़ी मुश्किल से मिलता है. ऐसी स्थिति में उन्हें भोजन की तलाश में पेड़ों पर चढ़ना पड़ता है. कहा भी जाता है कि तेज ढलानों वाले इलाकों और पहाड़ों पर आते-जाते बकरियां पेड़ों पर चढ़ने में सफलता प्राप्त कर लेती हैं.
क्या है आर्गन ?
आपको बता दें कि मोरक्को में फलों का एक पेड़ पाया जाता है जिसका नाम आर्गन है। इस पर बकरियां अक्सर चढ़ जाती हैं। ज्ञात रहे कि एक आर्गन ट्री लगभग 8-10 मीटर ऊंचा होता है और उसकी उम्र 150-200 वर्ष होती है। आर्गन पेड़ की ऊंचाई कम होती है इसलिए बकरियां इस पेड़ पर आसानी से चढ़ जाती हैं।
आर्गन पर ही क्यों चढ़ती हैं बकरियां ?
आर्गन पेड़ दुनिया के बेहद कम इलाकों में पाया जाता है जिस पर खूब सारे फल लगते हैं। बकरियां इस पेड़ पर लगे फलों को खाने के लिए पेड़ पर चढ़ती हैं। खास बात यह है कि ये बकरियां इसके फल में स्थित बीज को खा लेती हैं। आपको बता दें कि इसमें छिपे बीज से आर्गन आयल निकलता है जो काफी महंगा और उपयोगी होता है.
बकरियों की लीद से बनता है महंगा तेल
बकरियां जब आर्गन के फल के बीज को खा लेती हैं तब वे लीद करती हैं. आसपास के गांव वाले इनकी लीद को इकट्ठा करते हैं और उससे आर्गन तेल बनाते हैं। आपको बता दें कि आर्गन तेल दुनिया का सबसे महंगा तेल है. यह तेल फैटी एसिड और विटामिन्स से भरपूर होता है। इस तेल का इस्तेमाल फैंसी कॉस्मेटिक और फूड आइटम्स बनते हैं जो काफी ऊंचे दामों में बिकते हैं। इस तेल को मुख्य रूप से यूरोप और अमेरिका में बेचा जाता है.