टीबी के ग्लोबल चैंपियन और लोकसभा में पार्टी चीफ़ व्हिप श्री अनुराग ठाकुर द्वारा आयोजित दो दिवसीय टीबी बनाम भारत कार्यक्रम में राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर के प्रतिनिधियों की भागीदारी ने भारत को 2025 तक टीबी मुक्त करने में अपनी प्रतिबद्धता दिखाई. यह कार्यक्रम 4 फ़रवरी को नई दिल्ली में आयोजित किया गया.
संयुक्त राज्य अमेरिका, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया और रूस जैसे देशों के प्रतिनिधियों ने टीबी बनाम भारत अभियान का हिस्सा बनकर टीबी मुक्त भारत शिखर सम्मेलन और क्रिकेट टूर्नामेंट 2019 को ना सिर्फ़ समर्थन दिया बल्कि भारत और दुनिया भर में टीबी को खत्म करने की दिशा में अपनी प्रतिबद्धता दोहराई.
टीबी जैसी बीमारी के ख़ात्मे के लिए विभिन्न राजनैतिक पार्टियों के सांसद और विधायक पार्टी लाइन से ऊपर उठ कर श्री अनुराग ठाकुर के इस अभियान का समर्थन करने हेतु टीबी बनाम भारत कार्यक्रम का हिस्सा बने.
दो दिवसीय कार्यक्रम के समापन समारोह में बोलते हुए श्री अनुराग ठाकुर ने कहा " समाज को आगे ले जाने और लोगों की समस्याओं को दूर करने की ज़िम्मेदारी हम सभी की होती है. टीबी जानलेवा बीमारी है और हम सभी को साथ मिलकर व्यापक जागरूकता पैदा करने और इस से लड़ने की ज़रूरत है. टीबी के मरीज़ों की संख्या के लिहाज़ से भारत दुनिया का सबसे बड़ा देश है. दुनिया में टीबी के हर चार मरीज़ों में से एक मरीज़ भारत का है. काफ़ी लंबे समय से टीबी को जड़ से मिटाने के लिए मैं प्रयासरत हूं और विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से मैंने टीबी के खिलाफ जंग छेड़ रखी है. मुझे बहुत ख़ुशी है कि टीबी बनाम भारत कार्यक्रम को सभी लोगों का इतना समर्थन मिला. यहां तक कि एक राजनीतिक दृष्टिकोण से, हर कोई राजनीतिक विचारधाराओं से ऊपर उठा और देश से टीबी को उखाड़ फेंकने के लिए आगे आया."
उन्होंने आगे कहा, मैं संयुक्त राज्य अमेरिका, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया और रूस के राजदूतों का आभार प्रकट करता हूं कि उन्होंने इस कार्यक्रम को अपना समर्थन दिया और देश से टीबी उन्मूलन के लिए हरसंभव मदद का आश्वासन दिया"
अंत में उन्होंने कहा, "मैं श्रीमती सुमित्रा महाजन, श्री जेपी नड्डा, श्री जयंत सिन्हा, श्री विजय गोयल का इस कार्यक्रम में उपस्थित होने और इस पहल का समर्थन करने के लिए आभार प्रकट करता हूँ. हम प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा देश को 2025 तक टीबी मुक्त करने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए सभी मुमकिन प्रयास भी करेंगे और सामूहिक भागीदारी से इस लक्ष्य को हासिल भी करेंगे ऐसा मेरा विश्वास है"
कार्यक्रम में 4 देशों के 61 जनप्रतिनिधि, ब्यूरोक्रेट्स, राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्वास्थ्य विशेषज्ञ, टीबी योद्धा शामिल हुए. सभी अतिथियों ने भारत को 2025 तक टीबी मुक्त कराने का सकंल्प लिया.