इस बात से कोई इंकार नहीं कर सकता कि रंगों का अपना महत्व है. रंग ना सिर्फ दृश्यों का निर्माण करतें हैं बल्कि हमारे संचार के मुख्य साधन भी है. लेकिन अगर हम कहें कि रंग किसानों के सबसे अच्छें दोस्त हो सकते हैं, तो क्या आपको यकिन होगा. आप भले इस बात पर यकिन ना करें लेकिन 'स्टिकी ट्रैप्स' के उपयोग से ना सिर्फ आप अपने फसलों को प्राकर्तिक संरक्षण दे सकते हैं, बल्कि जहरीले कीटनाशकों के प्रभाव से भी बचा सकते हैं.
क्या है स्टिकी ट्रैप्सः
स्टिकी ट्रैप्स एक सामान्य सा तरीका है जिसके माध्यम से अपनी फसलों को आप कीटों के प्रकोप से बिना किसी पेस्टीसाइड या खतरनाक दवाइयों के बचा सकते हैं. इसके तहत पीले रंग के कागज या बोर्ड पर गोंद लगाकर उसे खेतों में प्राय फसलों की ऊंचाई से 1 से 2 फूट ऊपर लगा देते हैं. इस कागज/बोर्ड पर कीट आकर्षित होकर आते हैं और गोंद के प्रभाव से चिपककर दम तोड़ देते हैं.
ये है स्टिकी ट्रैप्स के पीछे का विज्ञानः
पीला रंग अन्य रंगों के मुकाबले कीटों को तेजी से अपनी तरफ आकर्षित करता है. प्राय आपने भी देखा होगा कि पीले रंग की रोशनी की तरफ कीट-पतंगें खींचे चले आते हैं.
स्वास्थ के लिए लाभदायक है स्टिकी ट्रैप्सः
आमतौर पर देखा गया है कि अपने फसलों की सुरक्षा के लिए किसान कई तरह के कीटनाशकों का प्रयोग करते हैं. इन दवाइयों में हानिकारक तत्व होते हैं जो कीटों के साथ-साथ आपके स्वास्थ को भी प्रभावित करते है. यही कारण है कि आज के समय में कैंसर जैसी बीमारियां बढ़ती जा रही है. इतना ही नहीं खतरनाक रसायनों से भरे ये पेस्टीसिड्स आपके खेतों के स्वास्थ के लिए भी हानिकारक है. समय के साथ ये मृदा की उपजाऊ क्षमता कम करते हुए उसे बांझ बनाने का कार्य करते हैं.