मेहंदी का नाम सुनते ही हमारे दृष्टिपटल पर हाथों पर तरह-तरह की उकेरी गई डिजाईन उभर आती है. वहीं, . लाल रंग की मेहंदी के लिए सोजात मेंहदी पूरी दुनिया में अपनी एक पहचान बना चुकी है. इस मेहंदी के साथ महिलाओं का विश्वास इतना प्रगाढ़ है कि पूछिये मत! किसी और मेहंदी को लेकर सभी को दुविधा रहती है कि ये हाथ में लगाने के बाद चटक रंग छोड़ेगा या नहीं, कहीं कोई दूसरी मेहंदी इतना लाल रंग छोड़ रहा है, तो एक दुविधा ये भी रहती है कि कहीं इसमें कोई केमिकल तो नहीं मिलाया गया है. लेकिन सोजात मेहंदी के साथ ऐसा नहीं है. लोगों के बीच इसकी विश्वसनीयता दिन-प्रति दिन बढ़ती जा रही है. मालूम हो कि राजस्थान के पाली जिले में सोजात मेहंदी की सबसे ज्यादा खेती होती है. यहां के छोटे-बड़े कारोबारी मेहंदी का कारोबार कर के अपने परिवार का भरण-पोषण काफी अच्छे से कर रही है. यहां की मेहंदी को जीआई टैग भी मिल चुका है. जीआई टैग मिलने के बाद यहां के कारोबारियों की जिम्मेदारियां काफी बढ़ गई है. अपने कारोबार के प्रति इतने इमानदार हैं कि आज सोजात मेहंदी पूरी दुनिया की सबसे ज्यादा विश्वसीन मेहंदी ब्रांड बन चुका है. आइये जानते हैं सोजात मेंहदी के बारे में...
महिला का श्रृंगार मेहंदी के बिना अधूरा
हर धर्म की महिलाओं के श्रृगांर में मेहंदी का अपना महत्व है या यूं कहें कि मेहंदी के बिना किसी भी धर्म की महिलाओं का श्रृंगार अधूरा ही है. विशेष मौके पर मेहंदी की महत्वता बढ़ जाती है. खास कर मांगलिक अवसर पर या तीज-त्योहार में. सावन के महीने में महिलाएं हाथों में मेहंदी लगा कजरी गाती हैं. इन सभी मौके पर महिलाओं की पहली पसंद सोजात मेहंदी ही है, क्योंकि ये पूरी तरह से केमिकल फ्री होता है. जिसकी वजह से हाथों में जो चटक रंग चढ़ता है और सोजात मेहंदी का अपना रंग होता है बिल्कुल नेचुरल. जिससे किसी प्रकार से त्वचा को हानि नहीं पहुंचती.
सोजात मेहंदी के व्यापार में महिलाओं की भी सहभागिता
आज हर क्षेत्र में महिलाओं की सहभागिता बढ़ती जा रही है. महिलाओं का विश्वास जितना आज सोजात मेहंदी पर उतना किसी और मेहंदी पर नहीं. आज कई महिलाए व्यूटी पार्लर चला रहीं हैं या स्वतंत्र रुप से शादी-विवाह में जाकर मेहंदी लगाती हैं वो सभी आमतौर पर सोजात मेहंदी ही लगाती हैं. एक आंकड़े के मुताबिक, मेहंदी के कारोबार में 80 फीसदी महिलाओं की भागेदारी है.
इसे भी पढे़ : औषधीय गुणों से भरा हुआ है सदाबहार का पौधा, जानें हमारे लिए कितना फायदेमंद
सोजात मेहंदी का डिमांड
आज पूर देश में सोजात मेहंदी का डिमांड तो बढ़ता जा रहा है साथ ही साथ राजस्थान के पाली जिले के सोजात मेहंदी दुनियां के करीब- करीब 130 देशों में निर्यात की जाती है. इसकी खेती करने वाले किसानों को भी काफी फायदा होता है.