किसान भाइयों को खेत से अच्छी फसल पाने के लिए सबसे ज्यादा पानी की आवश्यकता होती है. ठीक इसी तरह से आज के समय में सभी घरों में कई सारे जरूरी कामों में पानी का इस्तेमाल किया जाता है. इसके लिए लोग बोरवेल को लगवाते हैं. ताकि वह सरलता से अपनी पानी से जुड़ी जरूरतों को पूरा कर सकें. लेकिन देखा जाए तो इस आधुनिक दौर में अधिक मात्रा में लोग बोरवेल लगवाने लगे हैं जिसके चलते पानी का स्तर तेजी से नीचे जा रहा है.
ऐसे में आने वाले समय में लोगों को पानी के संकट का सामना करना पड़ सकता है. आज हम आपने इस लेख में पानी का संचयन कैसे करें. इसके बारे में बताएंगे. ताकि आप बारिश के पानी को एकत्रित (Collect Rain Water) करें और उसका सही तरीके से इस्तेमाल कर पाएं.
बारिश का पानी संचयन करने के तरीके
पानी संचयन (water harvesting) करने के जिन तरीकों के बारे में हम बताने जा रहे हैं, इसके लिए आपको अधिक खर्च भी नहीं करना होगा और आप इन तरीकों को घरेलू उपयोग में भी ला सकते हैं. तो आइए जानते हैं इन तरीके के बारे में...
सतह जल संग्रह सिस्टम
यह वह पानी होता है, जो बारिश होने के बाद आपको जमीन पर देखने को मिलता है. जोकि धीरे-धीरे जमीन के नीचे बहकर जाने लगता है. इसे पहले की यह पानी गंदी नालियों में पहुंच जाएं. इसे आप एकत्रित कर सकते हैं. इसके लिए आप बड़े ड्रेनेज पाइक की मदद ले सकते हैं. इन पाइपों की मदद से आप बारिश के पानी को कुएं, नदी और तालाबों में संग्रहण कर सकते हैं जिसका इस्तेमाल आप बाद में अपने अन्य कार्यों में कर सकते हैं.
छत का पानी
बारिश का पानी तो छत पर गिरता है. उसे भी आप सरलता से एकत्रित कर सकते हैं. इस पानी को संग्रहण करने के लिए आप छत के खुले स्थान पर बड़ी टंकी को रख सकते हैं जिसमें बारिश होने पर पानी गिरता रहेगा और फिर बाद में उसका सरलता से इस्तेमाल किया जा सकता है.
बांध
बारिश होने के बाद कुछ छोटी-बड़ी नदियों में पानी अधिक मात्रा में भर जाता है. इसका सही तरीके से इस्तेमाल करने के लिए आप नदियों व तालाबों में बांध (Dams on Rivers and Lakes) बना सकते हैं. ताकि जरूरत पड़ने पर आप इसे उपयोग में ला सकें.
भूमिगत टैंक
पानी को एकत्रित करने का यह एक बेहतरीन तरीका है. कहां जाता है कि इस तरीकों को पहले के समय में काफी लोग अपनाते थे और आज भी कुछ गांवों में जहां पानी की कमी है. वहां इसे अपनाया जाता है.
बता दें कि भूमिगत टैंक में हम जमीन के अंदर ही पानी को संरक्षित रखते हैं. दरअसल, बारिश के पानी को भूमि में एक गड्ढा करके उसमें भेज दिया जाता है और उसे ढक कर रखा जाता है उसमें कुछ पत्थर या फिर अन्य चीजों की मदद से ताकि पानी सूर्य की धूप (sunlight) से भाप बनकर न उड़ पाए और जमीन में भी पानी न जा पाएं.