भारत के सबसे प्रसिद्ध कवियों और लेखकों में से एक रवींद्रनाथ टैगोर की जयंती इस बार 9 मई को मनाई जा रही है. हालांकि उनका जन्म 7 मई, 1861 को हुआ था. ऐसे में देखा जाएं तो उनकी जयंती 7 मई को मनाई जानी चाहिए थी. लेकिन ऐसा नहीं है. ऐसे में चलिए जानते हैं कि ऐसा ना होने के पीछे क्या वजह है.
9 मई को रबीन्द्रनाथ टैगोर जयंती
रवींद्रनाथ टैगोर का जन्म 7 मई 1861 को कोलकात्ता में हुआ था. लेकिन बंगाल में उनकी लोकप्रियता की वजह से उनकी जयंती बंगाली कैलेंडर के मुताबिक मनाई जाती है. रवींद्रनथ टैगोर की जयंती बंगाली कैलेंडर के महीने बोइशाख महीने के 25वें दिन मनाई जाती है. ऐसे में इस बार बंगाली कैलेंडर के मुताबिक बोइशाख महीने का 25वां दिन 9 मई को पड़ रहा है. इसलिए इस बार यानी की साल 2023 में रबींद्रनाथ टैगोर जयंती मंगलवार, 9 मई को मनाई जायेगी. बता दें कि इस दिन देश के कुछ राज्यों में अवकाश भी होता है.
रबीन्द्रनाथ टैगोर जयंती के दिन विशेष
रवींद्रनाथ टैगोर जयंती के दिन भारत और दुनिया के कई हिस्सों में लोग विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों, संगीतमय गायन, कविता पाठ और कला प्रदर्शनियों का आयोजन करते है. इसके साथ ही इस दिन उनके लेखन और दर्शन को याद किया जाता है.
टैगोर न केवल एक कवि और लेखक थे बल्कि एक दार्शनिक, संगीतकार और कलाकार भी थे. वह 1913 में "गीतांजलि" (गाने की पेशकश) नामक कविताओं के संग्रह के लिए साहित्य में नोबेल पुरस्कार जीतने वाले पहले गैर-यूरोपीय थे. उनके कार्यों को आज भी उनकी सुंदरता और विचार की गहराई के लिए मनाया जाता है और उनकी विरासत दुनिया भर के लोगों को प्रेरित करती है.
कुल मिलाकर, रवींद्रनाथ टैगोर जयंती लोगों के लिए भारत की सबसे प्रसिद्ध शख्सियतों में से एक के जीवन और कार्यों को याद करने और साहित्य, संगीत और कला में उनके योगदान की सराहना करने का एक महत्वपूर्ण दिन है.