किसानों के सामने सबसे बड़ी परेशानी फसल की सुरक्षा को लेकर आती है. दरअसल, किसान अक्सर कड़ी मेहनत करके फसल को तैयार करते हैं और फिर जंगली जानवर या फिर नीलगाय खेतों में घुसकर पूरी फसल को बर्बाद कर देती है. खेतों में ये जानवर न घुसे इसके लिए किसानों को खेत पर दिन रात सुरक्षा के लिए जागना भी पड़ता है. किसानों को इसी परेशानी से बचाने के लिए आज हम एक ऐसा देसी जुगाड़ लेकर आए हैं, जिसकी मदद से जंगली जानवर पर नीलगाय खेती की फसल को नष्ट नहीं करेगी.
बता दें कि जिस देसी जुगाड़ की हम बात कर रहे हैं, वह कम बजट के हैं. इसके लिए किसान को अधिक मेहनत करने की भी जरूरत नहीं है. आइए इन बेहतरीन देसी जुगाड़ के बारे में विस्तार से जानते हैं. ताकि किसान इसे बनाकर अपने खेत की सुरक्षा सरलता से कर सकें.
खेत की सुरक्षा के लिए देसी जुगाड़
फसल को आवारा जानवर और नीलगाय से बचाने के लिए देसी तरीकों का इस्तेमाल कर सकते हैं. जिस देसी उपाय की हम बात कर रहे हैं, उसके चलाने के लिए आपको बार-बार खेत पर भी जाने की जरूरत नहीं है और इसके लिए किसान को ईंधन की भी जरूरत नहीं पड़ती है. क्योंकि यह देसी जुगाड़ पवन चक्की के आकार की है, जो हवा चलने पर खुद ही चलने लगती है. इस चक्की को किसान अपने खेत में किसी भी खंभे या फिर लकड़ी के सहारे लटका दें. जोकि हवा चलने पर खुद ही तेज आवाज करेगा. क्योंकि इस चक्की में एक घंटी बंधी होती है जो पंखा चलने पर बहुत ही तेज आवाज करती है, जिसे सुनकर जंगली जानवर और नीलगाय खेत से भाग जाएगी.
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मिर्ची और लहसुन का घोल
फसल को नीलगाय से बचाने के लिए किसान मिर्ची और लहसुन का घोल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. किसान को इन दोनों के मिश्रण को खेत के चारों तरफ अच्छे से छिड़क देना है. ऐसा करने से खेत के चारों ओर से तीव्र गंध आएगी और फिर नीलगाय खेत के आस-पास भी नहीं दिखाई देगी. मिर्ची और लहसुन के घोल में अधिक खर्च भी नहीं आएगा.