बॉलीवुड फ़िल्म इंडस्ट्री हर साल कईं फ़िल्में देती हैं जिनमें से कुछ फ़िल्म हिट होती हैं, कुछ सुपरहिट और कुछ बॉक्स-ऑफिस पर रिलीज भी नहीं हो पाती. हर साल बनने वाली इतनी सारी फिल्मों में से दर्शकों की सबसे ज़्यादा नज़र उन फिल्मों पर रहती है जिनमें बॉलीवुड के दिग्गज सितारे काम कर रहे होते हैं या फिर जिन फिल्मों की पृष्ठभूमि विवादित और बजट बहुत ज़्यादा होता है. कुछ इसी तरह की बहुप्रतिक्षित फिल्म 'ठाकरे' (Thackeray) है. 'ठाकरे' शिव सेना के संस्थापक बाला साहब ठाकरे की बायोपिक है. जिसका धमाकेदार ट्रेलर अभी हाल ही में रिलीज हुआ है. इस फिल्म में एक्टर नवाजुद्दीन सिद्दीकी शिव सेना (Shiv Sena) के संस्थापक बाल ठाकरे के किरदार में सामने आते हैं.
फिल्म में नवाजुद्दीन सिद्दीकी का गेटअप भी कमाल है, और वो पूरी तरह बाला साहेब ठाकरे नज़र आते हैं. नवाजुद्दीन सिद्दीकी की डायलॉग डिलिवरी भी बेहद शानदार है. लोगों के द्वारा इसे काफी पसंद भी किया जा रहा हैं लेकिन अब ये फ़िल्म विवादों में घिरती नज़र आ रही है.
ट्रेलर
दरअसल फिल्म के ट्रेलर में नवाजुद्दीन कह रहे हैं, उठाओ लुंगी, बजाओ पुंगी, जिसे दक्षिण भारत के लोगों के खिलाफ बताया जा रहा है. वहीं ट्रेलर में इस डायलॉग के तुरंत बाद उडुपी कॉफी हाउस दिखाया गया है. जिसके बाहर कुछ लोग लुंगी पहने हुए दिखाई दे रहे हैं. लुंगी पहने कुछ लोगों कों विवाद के बाद शीशा तोड़ते हुए भी दिखाया गया है. ट्रेलर में दिखाए गए इसी सीन पर दक्षिण भारतीय लोगों के साथ-साथ साऊथ फिल्मों के कलाकारों ने भी फिल्म को लेकर आपत्ति जताई है.