Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 14 March, 2023 7:00 PM IST
रेलवे के TTE और TC में होता है ये अंतर

भारतीय रेल (Indian Railways) को इंडिया की लाइफ़ लाइन कहा जाता है. देश में चलने वाली 15 हज़ार से ज़्यादा ट्रेनों में यहां की बड़ी आबादी ट्रैवल करती है. रेल यात्रा अलग-अलग स्टेशनों के लिए निर्धारित शुल्क देकर मिले टिकट पर होती है. लेकिन कई लोग ऐसे भी होते हैं जो बिना टिकट यात्रा करने की कोशिश करते हैं. ऐसे लोगों पर नकेल कसने के लिए इंडियन रेलवे टीटीई या टीसी के रूप में अपने कर्मचारी नियुक्त करती है. कई लोगों को लगता है कि ये दोनों एक ही हैं. अगर आप भी कन्फ़्यूज़्ड हैं तो ये भ्रम दूर कर लीजिए क्योंकि ये दोनों कर्मी अलग-अलग हैं. आइए जानते हैं TTE और TC में क्या अंतर होता है?

दरअसल टीटीई और टीसी ये दोनों पद अलग-अलग हैं. इनके अधिकार क्षेत्र भी अलग हैं. हालांकि दोनों ही का काम टिकट चेक करना होता है.

टिकट कलेक्टर या टीसी (TC)- रेलवे के वाणिज्य विभाग के अंतर्गत टीसी को नियुक्त किया जाता है. टीसी यानि टिकट कलेक्टर (Ticket Collector) का काम रेलवे स्टेशन के प्लेटफ़ॉर्म पर यात्रियों के टिकट चेक करना होता है. टीसी को ट्रेन में टिकट चेक करने का अधिकार नहीं होता है. प्लेटफ़ॉर्म के साथ ही आपने रेलवे स्टेशन के निकास द्वार पर भी टीसी को देखा होगा. यहां भी ये टिकट निरीक्षण का काम करते हैं. बिना किसी वैलिड टिकट के स्टेशन परिसर या प्लेटफ़ॉर्म पर घूम रहे व्यक्ति से टीसी टिकट मांग सकता है. टिकट न होने की सूरत में टीसी को जुर्माना लगाने का अधिकार होता है. जुर्माना लगाने के बाद टीसी संबंधित व्यक्ति को इसकी रसीद भी देता है.  

ट्रैवलिंग टिकट एग्ज़ामिनर टीटीई (TTE)- टीसी की तरह टीटीई की नियुक्ति भी रेलवे के वाणिज्य विभाग के अंतर्गत ही की जाती है. आप नाम से समझ गए होंगे कि टीटीई का काम यात्रा के दौरान यात्रियों के टिकट को चेक करना होता है. ये रेल यात्रा के दौरान टिकट जांच, पहचान पत्र से टिकट का मिलान करना और बग़ैर टिकट यात्रा कर रहे यात्रियों पर जुर्माना लगाना होता है. आपने देखा होगा कि ट्रेन में मौजूद टीटीई के पास एक लिस्ट होती है जिसमें रिज़र्वेशन वाले यात्रियों के नाम होते हैं. अगर किसी परिस्थिति में कंफ़र्म सीट वाला व्यक्ति रेल यात्रा नहीं कर रहा है तो टीटीई को अधिकार है कि वो ख़ाली सीट को वेटिंग लिस्ट (waiting list) या आरएसी (RAC) वाले यात्री को मुहैया करा सकता है.

ये भी पढ़ेंः  ट्रेन में अब ले सकेंगे चैन की नींद, रेलवे ने शुरू की डेस्टिनेशन अलर्ट और वेकअप अलार्म की सुविधा

अब आप टीटीई और टीसी के अंतर का आसानी से समझ गए होंगे. फ़्यूचर में जब भी ट्रेन से सफ़र करें तो ये फ़र्क़ ज़रूर ध्यान में रखें.

English Summary: know the difference between tte and tc of indian railways
Published on: 14 March 2023, 03:16 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now