सिर्फ 10 एकड़ में 180 प्रकार की विभिन्न फसलें उगाकर अच्छी मोटी कमाई कर रहे अजय जाधव, पढ़ें इनकी संघर्ष की कहानी Small Business Ideas: कम लागत में शुरू करें ये बिजनेस, हर महीने होगी मोटी कमाई! बिहार को ‘मृदा स्वास्थ्य एवं उर्वरता योजना’ के तहत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए मिला ‘प्रशस्ति पत्र’ एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Top Agriculture Business Ideas: कृषि क्षेत्र के कम निवेश वाले टॉप 5 बिजनेस, मिलेगा बंपर मुनाफा! Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! सबसे अधिक दूध देने वाली गाय की नस्ल, जानें पहचान और खासियत
Updated on: 21 October, 2019 7:14 PM IST

उल्लू शब्द का प्रयोग आमतौर पर किसी को मंद बुद्धि या कम अक्ल बताने के लिए किया जाता है. जबकि उल्लू सबसे बुद्धिमान पंक्षियों में से एक है. दिन में विचरण ना करने के कारण ये हमेशा से इंसानों के लिए रहस्य  ही बने रहें हैं. इस शिकारी पंक्षी के बारें में लोगों को अधिक ज्ञान नहीं है, जबकि हमारे पर्यावरण में इसका अहम योगदान होता है.

उल्लू किसानों के सबसे अच्छे दोस्त होते हैं. ये चूहों तथा अन्य तरह के छोटे जीवों को खाकर अनाज को सुरक्षित रखते हैं. इतना ही नहीं ये हानिकारक कीटों से भी फसलों की रक्षा करते हैं. उल्लू अंटार्कटिका को छोड़कर हर महाद्वीप में पाया जाचा है और इसकी 200 से अधिक प्रजातियां रिकॉर्ड में आ चुकी है. चलिए आपको बताते हैं कि उल्लू किस प्रकार किसानों के लिए लाभकारी हैं और हमारे पर्यावरण में इनका क्या योगदान है.

उल्लू की उड़ान है विशेष

उल्लू की उड़ान अपने आप में खास है. उड़ते समय ये किसी तरह की ध्वनी नहीं करते और आपको जानकर हैरानी होगी कि आमतौर पर उच्च कोटी के माइक्रोफोन भी इनके पंखों के शोर को नहीं पकड़ पाते हैं.

बहुत दूर देख सकता है उल्लू

रात के अंधेरे में भी उल्लू आराम से बहुत दूर तक देख सकता है. 3 डाइमेंशन्स तक तो उल्लू आराम से देख सकता है. ये बहुत दूर से अपने शिकार को भांपते हुए बिना किसी गड़बड़ी के अपने पंजों में जकड़ लेते हैं.

उल्लू और कौओं में है मतभेद

उल्लू और कौओं में मतभेद रहता है और ये एक दूसरे को पसंद नहीं करते. प्राय देखा जाता है कि बिना किसी कारण के भी ये एक-दूसरे को देखते ही हमला कर देते हैं.

बेहतर श्रोता होते हैं उल्लू

उल्लू की सूनने की शक्ति बहुत विशेष होती है. वो बहुत मंद ध्वनी को भी आसानी से सुन सकते हैं. इनकी कुछ प्रजातियों के कान अलग तरह के होते हैं जो इनकी सुनने की शक्ति को और तेज़ करते हैं.

English Summary: know more intersting facts about owls
Published on: 21 October 2019, 07:20 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now