Real Vermicompost Tips: किसानों के बीच में जैविक खेती, किचन गार्डनिंग और रूफ गार्डनिंग का चलन तेजी से बढ़ रहा है. इन सभी के लिए वर्मी कम्पोस्ट यानी केंचुआ खाद (Earthworm Compost) की जरूरत सबसे अहम मानी जाती है. हालांकि ज्यादातर किसान और गार्डनिंग प्रेमी इसे खुद तैयार करना पसंद करते हैं, लेकिन मांग ज्यादा होने पर कई बार बाजार से खरीदना भी पड़ता है. ऐसे में अगर आपको इसकी सही पहचान नहीं है तो आप नकली या खराब गुणवत्ता वाली खाद खरीद सकते हैं. आइए जानते हैं अच्छी वर्मी कम्पोस्ट की पहचान (Identification of Vermi Compost) कैसे करें—
असली वर्मी कम्पोस्ट की पहचान के 6 आसान टिप्स
- मिट्टी जैसी खुशबू:
अच्छी वर्मी कम्पोस्ट (Vermi Compost) से मिट्टी जैसी हल्की और ताजी खुशबू आती है. अगर खाद से सड़ी हुई बदबू आ रही हो, तो इसका मतलब है कि खाद खराब है या उसमें किसी रसायन की मिलावट हो सकती है. - रंग और बनावट पर दें ध्यान:
केंचुआ खाद का रंग (Color of Earthworm Compost) हल्का काला या भूरा होना चाहिए. इसकी बनावट चायपत्ती जैसी दानेदार और हाथ में लेने पर हल्की महसूस होनी चाहिए. - नमी की सही मात्रा जरूरी:
वर्मी कम्पोस्ट (Vermi Compost) में 20 से 30 फीसदी तक नमी होनी चाहिए. बहुत ज्यादा सूखी या गीली खाद पौधों के लिए नुकसानदायक हो सकती है.
- जिंदा केंचुओं की मौजूदगी:
अगर खाद में जिंदा केंचुए हैं, तो समझिए खाद अच्छी है. लेकिन अगर केंचुए मर रहे हैं तो यह पीएच वैल्यू की गड़बड़ी, कीटनाशक की मिलावट या ऑक्सीजन की कमी का संकेत हो सकता है. - पोषक तत्वों की भरमार:
अच्छी गुणवत्ता की वर्मी कम्पोस्ट में नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश के साथ-साथ सूक्ष्म पोषक तत्व और एंजाइम भी मौजूद होते हैं, जो फसलों की वृद्धि में मदद करते हैं.
- वजन भी बताएगा पहचान:
असली वर्मी कम्पोस्ट हल्की होती है. अगर खाद जरूरत से ज्यादा भारी है, तो उसमें मिट्टी या अन्य भराव पदार्थ की मिलावट हो सकती है.
सावधान रहें, जागरूक बनें
अगर आप भी बाजार या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से वर्मी कम्पोस्ट खरीदने की सोच रहे हैं तो इन टिप्स को ज़रूर ध्यान में रखें. इससे न केवल आप ठगी से बचेंगे बल्कि आपकी फसल और पौधे भी बेहतर तरीके से बढ़ सकेंगे.