Humboldt Penguin: बर्फ के पहाड़ों पर पाएं जाने वाले सुंदर पेंगुइन जिसे बर्फ के सुंदर जीव भी कहते हैं. इन देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं, लेकिन आज हम आपको ऐसे एक अनोखे पेंगुइन के बारे में बातएंगे, जिसे दुनियाभर के लोग देखने आते हैं, जिस अनोखे पेंगुइन की हम बात कर रहे हैं, वह हमबोल्ट नाम से जाना जाता है. इस पेंगुइन की गिनती बुजुर्गों में सबसे ऊपर है.
बता दें कि हमबोल्ट पेंगुइन दक्षिण अमेरिका के चिली और पेरू के तटों पर सबसे अधिक देखा जाता है. आइए इसके बारे में अधिक जानकारी यहां जानते हैं.
हमबोल्ट पेंगुइन की 3 गुना उम्र
हम्बोल्ट पेंगुइन (Spheniscus humboldti), दक्षिण अमेरिका के चिली और पेरू के तटों पर पाया जाने वाला एक मनमोहक और विशिष्ट मोनोक्रोम पक्षी है, जो अपनी आकर्षक उपस्थिति "सफेद छाती पर काली पट्टी और प्रत्येक के लिए अनूठा धब्बेदार पैटर्न" के लिए जाना जाता है. बल्कि इसकी सामाजिक, तैराकी और शिकारी क्षमताएं भी इसे खास बनाती है.
आमतौर पर हमबोल्ट प्रजाति की पेंगुइन 10 से 15 साल तक जीती हैं, लेकिन स्प्नेब ने इस आंकड़े को तीन गुना पार कर लिया है. 16 अप्रैल को जब उसने अपना 37वां जन्मदिन मनाया, तो जू में बर्फ और मछलियों से बने विशेष 'केक' के साथ इस उत्सव को मनाया गया. साथ ही इंग्लैंड के कॉर्नवॉल स्थित पैराडाइज पार्क जू में 1988 से रह रही यह खास पेंगुइन उम्र के हर पड़ाव को मात दे चुकी है.
हमबोल्ट पेंगुइन नाम के पीछे का रहस्य
स्प्नेब नाम सुनकर शायद आप भी चौंके होंगे. दरअसल "स्फेनिस्कस" हमबोल्ट पेंगुइन की वंशज जाति का वैज्ञानिक नाम से निकला है, जिसे छोटा कर 'स्प्नेब' किया गया. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार साल 2007 में हमबोल्ट पेंगुइन को खतरनाक फंगल संक्रमण वाला रोग हुआ था. इससे एसपरगिलोसिस भी कहते हैं. जब उसका इलाज चल रहा था तो उसे नेब्युलाइजर के लिए स्प नाम की दवा दी जा रही थी. स्प और नेब को मिला कर उसका नाम स्प्नेब हो गया.
इस बात को जानकार आप को हैरानी होगी कि अभी तक ये हम्बोल्ट पेंगुइन स्प्नेब दुनिया में सबसे ज्यादा जीने वाला पेंगुइन होने का रिकॉर्ड अपने नाम नहीं कर पाई है. दक्षिण अफ्रीका के एक पेंगुइन ने अपने नाम ये रिकॉर्ड दर्ज किया था, जिसका देहांत साल 2023 में हो गया था.
हम्बोल्ट पेंगुइन संकट की ओर ध्यान
हालांकि हम्बोल्ट पेंगुइन को 1988 से संरक्षित सूची में रखा गया है और 1995 से इनका शिकार अवैध है, फिर भी संरक्षण प्रयासों को और मज़बूत करने की ज़रूरत है. समुद्री संरक्षण क्षेत्रों का निर्माण, मछली पकड़ने की सीमा तय करना, और गुआनो कटाई पर नियंत्रण ये सभी कदम हम्बोल्ट की प्रजाति को बचाने में सहायक हो सकते हैं.वो इसलिए क्योंकि हम्बोल्ट पेंगुइन न केवल एक आकर्षक और सामाजिक जीव है, बल्कि यह समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र का एक अभिन्न हिस्सा भी है.
लेखक: रवीना सिंह