बाजरा मोटी श्रेणी का एक पौष्टिक अनाज माना जाता है. इसमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट होते हैं. भारत में बाजरा सबसे ज्यादा राजस्थान राज्य में उगाया जाता है. इसका प्रयोग जाड़े के मौसम में काफी किया जाता है क्योंकि यह हमारे शरीर को गर्माहट प्रदान करता है और शरीर को इससे ऊर्जा भी मिलती है. बाजरा ग्लूटन फ्री होने के कारण दुनिया भर में इसका बाजार धीर-धीरे बढ़ता जा रहा है. तो ऐसे में हम आपको बाजरे से बनने वाली मीठी पूरी की रेसिपी बतायेंगे जो स्वाद के साथ-साथ सेहतमंद भी होगी.
सामग्री
गुड़ 400 ग्राम, पानी 100 मिलीलीटर, 800 ग्राम बाजरे का आटा, 100 ग्राम सफेद तिल, घी या तेल की जरुरत होती है.
विधि
सबसे पहले गुड़ को पानी में अच्छी तरह से घोल लें. अब बाजरे का आटा, पानी में घुला हुआ गुड़ और सफेद तिल लें. एक बड़ी प्लेट में बाजरे का आटा और सफेद तिल को लेकर इसे अच्छे से मिला दें..
अब इस मिश्रण में गुड़ का पानी डालें और आटे को गूथ दें. अगर आटा ज्याद गीला हो तो ज़रा सा सूखा बाजरे का आटा और मिलाकर इसे हल्का कड़ा कर लें. याद रखें कि पूरी बनाने के लिए कड़े आटे की जरुरत होती है.
अब आटे की लोईयां बना लें और इसको एक गीले कपड़े से ढक दें ताकि यह सूखे नहीं. एक कढ़ाई में घी या तेल को गर्म करें. अब आटे की पूरियां बेलना शुरु कर दें और इन पूरियों को गर्म घी में डाल दें और हल्के हाथों से करची से चलाते रहें और मध्यम आंच तक तलते रहें.
अब इस तली पूड़ी को किचन पेपर पर निकाल लें. इसी प्रक्रिया के तहत आप सभी पूड़ियों को बना लें. बाजरे की स्वादिष्ट मीठी पूरी बनकर तैयार है.
सुझाव
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बाजरे के आटे की लोई को गीले कपड़े से ढककर रखें ताकि यह सूखे नहीं.
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बाजरे की पूड़ी को बेलते समय यह टूटने लगती हैं. बेलते समय इसका विशेष ख्याल रखें.
बाजरे के फायदे
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बाजरे में सोडियम, प्रोटीन, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं. यह हमारे पाचन तंत्र को भी मजबूत करता है. बाजरे की रोटी आसानी से पच जाती है और इसके साथ शरीर के अन्य पदार्थ भी पच जाते हैं.
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पेट दर्द, गैस और पाचन जैसी समस्याओं से भी यह निजात दिलाता है. बाजरे में आयरन भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो हमारे शरीर में खून की कमी को भी दूर करता है.
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महिलाओं में प्रेग्नेंसी के दौरान डॉक्टर बाजरे की रोटी खाने की सलाह देते हैं. इसमें मौजूद आयरन महिलाओं को एनीमिया होने से बचाता है और साथ ही बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास में सहायक होता है.