बदलते हुए वक्त के साथ-साथ एलपीजी गैस सिलेंडर घर-घर तक पहुंच गया हैं. शहरों के साथ-साथ अब ग्रामीण भारत में भी इसका उपोयग तेजी से बढ़ रहा है. लेकिन इसके बावजूद लोग एलपीजी गैस को लेकर सावधानी नहीं बरतते. आमतौर पर ऐसी खबरें सुनने को मिलती है कि घर में किसी की लापरवाही के कारण ही दुर्घटना हुई. कई बार तो ये दुर्घनाएं इतनी पीड़ादायक होती है कि इससे पूरी गली या मौहल्ले को जान-माल का नुकसान हो जाता है.
गैस लीक होने के कारण अपने प्रियजनों को खोने की खबरों से भारत के अखबार पटे पड़े हैं. आपके साथ ऐसा कभी भी ना हो इसके लिए जरूरी है कि आप एलपीजी गैस सिलेंडर को लेकर सावधानी बरतने को अभिज्ञ हों. चलिये आज हम आपको कुछ प्रमुख बातों से अवगत करातें हैं, जिन्हें जानकर आप दुर्घटना की संभावित स्थिती में स्वयं के साथ-साथ बाकियों की भी रक्षा कर सकते हैं.
शांति बनाये रखेः
गैस की अगर महक आये तो सबसे पहले शांति बनाये रखे. आपके हड़बड़ाने से घर में बच्चें या अन्य जन कुछ गलत कदम उठा सकते हैं. बच्चों, महिलाओं एवं अन्य सदस्यों को घर से बाहर निकाल दें.
इलेक्ट्रिक स्विच को ना करे टचः
गैस की स्मेल आने पर गलती से भी किसी इलेक्ट्रिक स्विच व अप्लायंसेस को ऑन या ऑफ न करें. किचन और घर की सभी खिड़कियों,दरवाजों को खोल दें. रेग्युलेटर को सावधानी से चेक करें और अगर वो ऑन है तो उसे तुरंत बंद करें. फिर भी अगर गैस की महक आ रही हो तो रेग्युलेटर निकालकर सिलेंडर को सेफ्टी कैप लगा दें.
पंखे ना चलायेः
गैस की स्मेल आने पर फैन, कूलर आदि ना चलायें. दीपक या अगरबत्ती आदि सभी चीजों को बंद कर दें. अपने डीलर से तुरंत संपर्क करें और उससे सहायता मांगें.
खुद का ऐसे करें बचावः
गैस की महक आने पर आखों में कई बार जलन होता है. इस दौरान आंखों को ना मसले बल्कि ठंडे पानी से धाएं. सांस लेने के लिए मुंह पर कपड़ा बांधें. बच्चों का खास ध्यान रखना जरूरी है.
आपातकालीन कॉल के लिए डायल करें 1906:
गैस सिलेंडर से जुड़ी किसी भी प्रकार के आपातकाल के दौरान 1906 नंबर पर कॉल कर सहायता मांगें. बता दें कि ये गैस लीकेज से जुड़ी हर समस्या के लिए इमरजेंसी नंबर है जो इंगलिश, हिन्दी के साथ-साथ भारत की सभी क्षेत्रिय भाषाओं में सेवाएं देती है.