Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 28 January, 2023 12:40 PM IST
लाला लाजपत राय के जीवन से जुड़े कुछ पहलू

भारत की आजादी में लाला लाजपत राय का भी अहम योगदान रहा है. बता दें कि बंगाल में बिपिन चंद्र पाल और महाराष्ट्र के बाल गंगाधर तिलक का नाम जब भी लिया जाता है, तो इनके साथ लाला लाजपत राय का भी नाम लिया जाता है. इन्होंने आजादी के समय कई अभियान चलाए थे. खास तौर पर इन्होंने भारत में विदेशी वस्तुओं के बहिष्कार की मुहिम में अपना योगदान दिया था.

शेर-ए-पंजाब लाला लाजपत राय

देश की आजादी के लिए उन्होंने अपना जीवन तक बलिदान कर दिया, जिसके कारण इन्हें शेर-ए-पंजाब लाला लाजपत राय भी कहा जाता है. इतना ही नहीं इन्हें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी में गरम दल के नाम से भी देश में जाना जाता है. क्योंकि यह गरम दल के तीन प्रमुख नेताओं में से एक थे. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आज लाला लाजपत राय की जन्म दिवस है. लाजपत राय का जन्म 28 जनवरी 1865 में पंजाब के मोगा जिले में हुआ था और इनकी मृत्यु 17 नवम्बर 1928 को हुई. बता दें कि इनके पिता का नाम था मुंशी राधा कृष्ण आजाद जोकि फारसी और उर्दू के महान विद्वान माने जाते थे और इनकी माता गुलाब देवी एक धार्मिक महिला थी.

लाला लाजपत राय (Lala Lajpat Rai)

पंजाब नेशनल बैंक और लक्ष्मी बीमा कम्पनी की स्थापना

देशवासियों की भलाई और देश के नागरिकों को ब्रिटिश बैंकों से निजात दिलाने के लिए इन्होंने भारत में पंजाब नेशनल बैंक, कई तरह के भारतीय ट्रैस और साथ ही लक्ष्मी बीमा कंपनी की स्थापना में अपना अहम योगदान दिया. इनका मानना था कि भारत के नागरिक विदेशी समान पर निर्भर नहीं रहने चाहिए. इसलिए इन्हें पंजाब नेशनल बैंक की स्थापना का जनक भी माना जाता है.

य़े भी पढ़ें: यह स्वतंत्रता दिवस होने वाला बेहद खास, देश के करोड़ों घरों में फहराया जाएगा तिरंगा

लाला लाजपत राय समाज और धार्मिक सुधारक

इनके कार्यों के चलते इन्हें समाज में एक अलग ही पहचान बना रखी थी. यह देश की भलाई के लिए राष्ट्र निर्माण में भी अपना अधिक योगदान देते थे. इन्हीं के चलते इन्होंने कानूनी पढ़ाई की और आर्य समाज से जुड़े सभी कार्यों में शामिल होते थे. लेकिन 1914 के बाद से इन्होंने वकालत को त्याग दिया और पूरी तरह से राष्ट्रीय स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल हो गएं.

वहीं अगर हम इनके धार्मिक कार्यों की बात करें, तो लाजपत राय ने 1921 में सर्वेंट्स ऑफ द पीपुल्स सोसायटी नाम की गैर लाभकारी कल्याण संस्था का निर्माण किया, जो कि आजादी के बाद दिल्ली में स्थापित की गई. आज के समय में इस सोसाइटी की कई शाखाएं मौजूद हैं. इन्होंने हमेशा देश में जाति व्यवस्ता, अस्पृश्यता और महिलाओं की स्थिति में सुधार करने के लिए संघर्ष किया. 

English Summary: Birth Anniversary of Lala Lajpat Rai Sher-e-Punjab Lala Lajpat Rai played an important role in the establishment of PNB Bank
Published on: 28 January 2023, 12:49 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now