गणतंत्र दिवस भारत का एक राष्ट्रीय पर्व है जो हर साल 26 जनवरी को देशभर में पूरे हर्षोउल्लास के साथ मनाया जाता है. इसी दिन यानि 26 जनवरी 1950 को भारत सरकार अधिनियम (एक्ट) 1935 को हटाकर भारत का संविधान लागू किया गया था. इस दिन को भारतीय सरकार द्वारा राष्ट्रीय अवकाश के रुप में घोषित किया गया है. यह भारत के तीन राष्ट्रीय अवकाशों में से एक है, अन्य दो स्वतंत्रता दिवस और गांधी जयंती हैं. बता दे कि 26 जनवरी को भारत का संविधान लागू करने के लिए इसलिए चुना गया था क्योंकि 1930 में इसी दिन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आई० एन० सी०) ने भारत को पूर्ण स्वराज घोषित किया था.
गणतंत्र दिवस के मौके पर कई देशों के प्रतिनिधि अतिथि के रूप में शिरकत करते है. इस बार गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि दक्षिण अफ्रीका के पांचवे तथा वर्तमान राष्ट्रपति “माटामेला सिरिल रामाफोसा” होंगे. दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रमफोसा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा अर्जेंटीना के राजधानी 'ब्यूनस आयर्स' में आयोजित हुए 'जी-20 शिखर सम्मेलन' के दौरान आमंत्रित किया गया था. दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति को आमंत्रित करने की एक मुख्य वजह यह भी है इस वर्ष भारत महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती मनायेगा और महात्मा गांधी का दक्षिण अफ्रीका से काफी गहरा जुड़ाव रहा है. बीते दिनों इस विषय पर बात करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 'दक्षिण अफ्रीकी प्रधानमंत्री का यह भारत दौरा दोनो देशों के संबंधों को मजबूती प्रदान करने का कार्य करेगा.'
70 वें गणतंत्र दिवस की परेड में राजपथ पर ऐतिहासिक डेयरडेविल टीम के तहत असम राइफल्स की एक टुकड़ी की अगुवाई में नारी शक्ति का प्रदर्शन होगा. इसमें एक अकेली महिला अधिकारी बाइक पर स्टंट दिखाएंगी. मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, चीफ ऑफ स्टाफ (हेडक्वार्टर दिल्ली एरिया) मेजर जनरल राजपाल पुनिया ने बताया है कि पहली बार आजाद हिंद फौज के 90 साल से अधिक उम्र के चार सैनिक भी इस परेड में हिस्सा लेंगे. उन्होंने यह भी बताया कि, "यह गणतंत्र दिवस परेड नारी शक्ति का विस्मयकारी प्रदर्शन भी होगा क्योंकि असम राइफल की एक पूर्ण महिला टुकड़ी के अलावा कई टुकड़ियों का महिलाएं नेतृत्व करेंगी. साथ ही नौसेना, सेना सेवा कोर की टुकड़ियों और कोर ऑफ सिंगल्स की इकाई की भी अगुवाई महिला अधिकारी करेंगी.''
70 वां गणतंत्र दिवस में क्या खास होगा ?
- गणतंत्र दिवस परेड में इतिहास में ऐसा पहली बार होगा, जब नेताजी सुभाष चंद्र बोस की आजाद हिन्द फौज के सैनिक भी शामिल होंगे.
-गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार महिला स्वात कमांडो सदस्य देखने को मिलेंगी.
-इस बार गणतंत्र दिवस परेड में वाराणसी के महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के झांकी देखने को मिलेगी.
-इस वर्ष 17 प्रदेश अपनी झांकियां निकालेंगे.
- इस वर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नंरेद्र मोदी द्वारा 'राष्ट्रीय युद्ध स्मारक' का उद्घाटन किया जायेगा. इस युद्ध स्मारक का निर्माण नई दिल्ली में इंडिया गेट के पास किया गया है, इस स्मारक का मुख्य मकसद आजादी से लेकर अबतक शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि प्रदान करना है.
- इस वर्ष परेड में M777 होवित्जर और K9 वज्र जैसी स्व-चालित तोपें देखने को मिलेंगी. इन दोनो तोपों को हाल ही में भारतीय सेना के तोपखाने में शामिल किया गया है.
-इस बार गणतंत्र दिवस के अवसर सेना की महिला सदस्यों द्वारा कई सारे कार्यक्रमों का नेतृत्व किया जायेगा.
-गणतंत्र दिवस समारोह इतिहास में ऐसा पहली बार होगा, आसाम राईफल्स की सभी महिला दस्तों द्वारा गणतंत्र दिवस समारोह में हिस्सा लिया जायेगा.