अगले 2 दिन इन राज्यों में घना कोहरा छाए रहने की संभावना, पढ़ें आईएमडी की लेटेस्ट रिपोर्ट! खेती को बनाए आसान, वीएसटी 165 DI ES इलेक्ट्रिक स्टार्ट पावर टिलर इस्तेमाल कर कम लागत में करें ज्यादा काम! केले की पूरी फसल बर्बाद कर सकते हैं वायरल रोग, जानें इनके लक्षण और प्रबंधन! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 19 June, 2019 2:14 PM IST

अपने पिछले कार्यकाल में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजराइल के साथ भारत के रिश्ते को और मजबूत किया. जिसके बाद से कई व्यापारिक मुद्दों पर चर्चा भी हुई है. यह देश कृषि में अत्याधुनिक तकनीकों के प्रयोग के लिए पूरे विश्व में जाना जाता है. इजराइल द्वारा विकसित कृषि तकनीकों को विश्व के कई देशों इस्तेमाल किया जा रहा है. इसी के साथ भारत में कई इजराइली कृषि तकनीकों से अच्छा कृषि उत्पादन लिया जा रहा है. इसका पहला उदाहरण हरियाणा राज्य के घरोंदा में स्थित सेंटर ऑफ़ एक्सेसेलेन्स है. जहाँ पर पोली हाउस के अंदर इजराइली कृषि तकनीक से सब्जिया, फल और फूल उगाये जा रहे हैं, हर साल भारत का प्रतिनिधिमंडल इजराइल कुछ नया सिखने जाता है. इस बार भी झारखण्ड के रांची से युवा उद्यमियों का 38 सदस्य प्रतिनिधिमंडल इजराइल दौरे पर गया था जो हाल ही में वापस आया है.

झारखण्ड चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स का यह प्रतिनिधिमंडल 7 दिन के दौरे पर था जिसमें तकनीकी विकास, जल प्रबंधन, दुग्ध उत्पादन एवं कृषि के क्षेत्र में किए गए कायरें का अध्ययन किया गया .   इस दौरान भारतीय दूतावास वाणिज्य सचिव प्रमोद शर्मा ने राज्य के किसानों के लिए देशभर में संचालित मेशाव यूनिट में कृषि तकनीकों के प्रशिक्षण का प्रस्ताव भी दिया है. जिससे इजराइल की तकनीक से रांची में युवा उद्यमी कृषि का विकास कर सकते हैं. इस दौरे के दौरान चैंबर ने येरुशलम, टेल अवीव का दौरा किया. इजराइल की ड्रिप इरीगेशन तकनीक से विश्व के कई बड़े देश फायदा ले रहे हैं. भारत में भी ड्रिप इरीगेशन के विषय में किसानों को बताया जा रहा है. इसके विषय में चैम्बर के अध्यक्ष दीपक मारु ने कहा कि यदि  इस तकनीक से किसान यहां खेती करें. तो कम पानी में बेहतर खेती कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि इजराइल में ड्रिप इरिगेशन से पहले मिंट्टी की कई तरह से जांच की जाती है. जिससे बाद किस मिंट्टी के लिए कितनी उर्वरक की जरूरत है. झारखण्ड चैम्बर कि इस टीम ने इजराइल में हो रहे दुग्ध उत्पादन तकनीकों का भी अध्ययन किया. उनका कहना है यदि भारत में डेयरी फार्म इजराइली तकनीकों का इस्तेमाल किया जाए तो इससे दोगुना फायदा लिया जा सकता है.

इस विषय में चैंबर अध्यक्ष ने बताया कि इजराइल के डेयरी प्लांट प्रति गाय 42 किलो दुग्ध का उत्पादन होता है. उन्होंने बताया कि इजराइल में गाय के खान-पान, रहन-सहन और उनकी रोजाना कि गतिविधियों पर ख़ास ध्यान रखा जाता है. जिससे कि उनके दुग्ध उत्पादन को बढ़ाने में मदद मिलती है.इस प्रतिनिधिमंडल में शामिल होने वाले सभी युवा उद्यमी थे.  इजराइल से लौटकर आये सभी सदस्य अब झारखंड में इजराइली कृषि तकनीकों को किसानों तक पहुंचकर यहाँ कि कृषि कि और विकसित करेंगे.

English Summary: young enterprenuers will develop the Indian Agriculture
Published on: 19 June 2019, 02:25 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now