नॉएडा का ट्विन टावर भ्रष्टाचार की एक ऐसी कहानी है जो कि हमारे सिस्टम की सच्चाई को उजागर करता है और हमें बताता है कि जनता के पैसे को किस तरीके से कुछ लोग बेइंतहा लूटने की कोशिश करते हैं. आज इस 32 मंजिला इमारत को बारूद भरके उड़ा दिया गया है. आपको बता दें कि इसे सुप्रीम कोर्ट के आदेश के कई दिनों बाद ढहाया गया है और इसमें 3700 किलो बारूद इस्तेमाल किया गया है. टावर को कुछ ही सेकंडों में ज़मीन में मिला दिया गया और इसके गिरने के साथ ही आस-पास के इलाके में धूल का एक गुबार छा गया.
रिमोट से गिराई गई बिल्डिंग
ट्विन टावर की दोनों बिल्डिंगों को एक रिमोट से गिराया गया था और आस- पास के इलाके को पहले ही खाली करा लिया गया था. लोग वहां जमा ना हो सकें इसके लिए नॉएडा के सेक्टर 93 को छावनी में बदल दिया गया था, 800 पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था. दमके बाद आस-पास के इलाके में धूल की चादर सी बिछ गयी थी जिसे बाद में स्मॉग गन का इस्तेमाल करके हटाने का प्रयास किया गया.
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9 सेकंड में गिर गई बिल्डिंग
ट्विन टावर की दोनों बिल्डिंगें महज 9 में मैदान में बदल गईं. असल में देखा जाए तो यह भारत का पहला एसा केस है जिसमें बिल्डिंग को इस तरीके से गिराया गया है. यह सोशल मीडिया पर अभी लोगों के बीच में एक चर्चा का विषय बना हुआ है.
नॉएडा के प्रदूषण पर पड़ेगा इसका बुरा असर
ट्विन टावर के गिरने के बाद आस पास के इलाके में बड़ी मात्रा में धूल उड़ी थी और इससे नॉएडा की हवा में आने वाले दिनों में गिरावट देखने को मिलेगी. आस-पास रह रहे लोगों के मकान अभी के लिए भले ही खाली करा लिए गए हों लेकिन आने वाले दिनों में वहां के लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा.