कोरोना संकट के कारण देश में लॉकडाउन दौर जारी है, लेकिन इस लॉकडाउन में सबसे अधिक नुकसान किसानों को हो रहा है. इसी बात को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने अब एक खास कदम उठाया है. लॉकडाउन में किसानों को खेती से जुड़ी किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए उत्तर प्रदेश के कृषि विभाग ने वाट्सएप का सहारा लेने का फैसला किया है.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक वाट्सएप की सहायता से प्रदेश के अधिक से अधिक किसानों को जोड़कर सरकार उनकी समस्याओं को सुनेगी. प्रथम चरण में प्रयोग के तौर पर न्याय पंचायत स्तर इस काम को किया जाएगा. सरकार वाट्सएप समूह बनाकर कृषि विभाग के तकनीकी सहायकों को भी इससे जोड़ेगी.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की ली जाएगी मदद
खेती और उससे जुड़ी बातों को बताने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की मदद भी ली जाएगी. इसके अलावा सभी जरूरी जानकारियां एसएमएस द्वारा भी किसानों को प्रदान की जाएगी.
प्रदेश स्तर तक वाट्सएप समूह को सक्रिय करने की है योजना
वाट्सएप समूह में कृषि विभाग के अलावा खेती से संबंधित अन्य प्रमुख विभागों को भी जोड़ा जाएगा. सरकार की योजना है कि ऐसे ग्रुप्स धीरे-धीरे प्रदेश स्तर तक सक्रिय कर दिया जाए.
लॉकडाउन के बाद भी जारी रहेगी सेवा
बता दें कि प्रदेश सरकार का वाट्सएप समूह बनाने का फैसला लॉकडाउन के बाद भी किसानों के लिए लाभकारी होगा. इसके जरिये जहां किसान खेती की नवीनतम जानकारियां ले पाएंगें, वहीं उन्हें अपनी समस्याओं को सीधे संबंधित अधिकारियों तक पहुंचाने में भी आसानी होगी.
मोबाइल एप्स को भी अधिक प्रभावी बनाएगी सरकार
लॉकडाउन को देखते हुए पारदर्शी किसान सेवा योजना के तहत यूपी पारदर्शी मोबाइल एप को भी अधिक अधिक प्रभावी बनाया जाएगा. इसके अलावा किसानों के लिए अन्य तरह के ऑनलाइन प्लेटफार्म भी शुरू किए जाएंगें. फिलहाल किसी भी तरह की शिकायत, सुझाव या समस्या के बारे में आप एग्रिकल्चर डिपार्टमेंट के इस फार्म को भर सकते हैं. फार्म भरने के लिए लिंक पर क्लिक करें.