प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात कार्यक्रम के दौरान मोटे अनाज की भी चर्चा की. उन्होंने कहा, यह वर्ष भारत अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज के रुप में मना रहा है. मोटा अनाज सेहत के लिए महत्वपूर्ण है और इसे लोग अपना भी रहे हैं. दुनिया अब मोटे अनाज का महत्व समझने लगी है. कई ऐसे आंत्रप्रेन्योर हैं, जिन्होंने मोटा अनाज यानी मिलेट्स को बाजार और लोगों तक पहुंचाने के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं.
इस दौरान प्रधानमंत्री ने आंध्र प्रदेश के नांदयाल जिले के रहने वाले के.वी. रामा सुब्बा रेड्डी का जिक्र किया. उन्होंने कहा, रामा सुब्बा रेड्डी ने मिलेट्स के लिए अच्छी खासी सैलरी वाली नौकरी छोड़कर अपने गांव में बाजरे की प्रोसेसिंग यूनिट शुरू की. सुब्बा राव लोगों को बाजरे उपलब्ध कराते हैं और इसके उपयोग से होने वाले फायदे भी बताते हैं.
कहां से मिली प्रेरणा-
मां की हाथों से बने मोटे अनाज के पकवानों का स्वाद कुछ ऐसा पसंद आया कि उन्होंने गांव में बाजरे की प्रोसेसिंग यूनिट शुरू कर दी. के.वी. रामा सुब्बा रेड्डी को आंध्र प्रदेश में मिलेट मैन के नाम से जाना जाता है. कभी दिल्ली में बतौर अकाउंटेंट की नौकरी करने वाले के.वी. रामा सुब्बा रेड्डी को मोटे अनाज से जुड़े प्रोडक्टस तैयार करने के लिए नौकरी को छोड़कर अपने गांव नंदयाल लौटे.
कैसे की खेती
गांव में माता-पिता और भाइयों के साथ मिलकर मोटे अनाज की खेती शुरू की थी. उन्होंने कुछ समय बाद प्रोसेसिंग यूनिट लगाई. शुरुआती दौर में उन्होंने अपोलो अस्पताल के मरीजों के लिए पोषणयुक्त खाने की सप्लाई शुरू की, इसके बाद उन्होंने कंपनी को सत्व मिलिट एंड फूड प्रोडक्ट्स की शुरुआत की.उनकी कंपनी आज कई नामी कंपनियों को टक्कर दे रही है.
27 साल का अनुभव
केवी रामा सुब्बा रेड्डी के पास एमबीए और एफसीएमए की डिग्री के साथ कॉर्पोरेट सेक्टर में 27 साल का अनुभव भी है. वो एग्री बिजनेस के क्षेत्र में नाम कमा रहे हैं. वह कहते हैं, कई सालों पहले जॉब के दौरान उनका रुझान गांव और खेती की तरफ बढ़ रहा था. काफी सोचने के बाद 2014 में नंदयाल जिले के अनुपुरु गांव में 20 एकड़ जमीन खरीदी. उन्होंने ऑर्गेनिक फार्मिंग के जरिए पहले अनाज, अमरूद और केल के फसल की खेती शुरू की. उन्होंने वर्ष 2017 से मोटे अनाज की खेती शुरू की.
सर्वश्रेष्ठ स्टार्टअप किसान कनेक्ट
पोषक अनाज को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने मोटे अनाज से जुड़े बिस्किट, मिक्चर समेत कई चीजें पेश कीं. उन्होंने अपने प्रोडक्ट्स को ग्लूटेन फ्री रखा है, जिस कारण बाजार में इनके प्रोडक्ट्स की मांग अधिक है. बड़े पैमाने पर मिलिट्स प्रोडक्ट्स की आपूर्ति के लिए केवी रामा सुब्बा रेड्डी को ‘सर्वश्रेष्ठ प्रगतिशील किसान’ पुरस्कार और हैदराबाद के ICAR-IIMR से ‘सर्वश्रेष्ठ स्टार्टअप किसान कनेक्ट’ का अवॉर्ड दिया गया है..
केवी रामा सुब्बा रेड्डी अपनी सफलता का श्रेय अपनी बेटी श्वेता को देते हैं. उनकी बेटी ही उनके ज्यादातर प्रोडक्ट्स को डिजाइन करने का काम करती हैं.