मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शुक्रवार को गढ़ाकोटा, सागर में आयोजित किसान महा सम्मेलन के दौरान किसानों के लिए कई अहम घोषणाएं कीं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस वर्ष गेहूं की खरीद 2,600 रुपये प्रति क्विंटल की दर से करेगी और अगले वर्ष इसे बढ़ाकर 2,700 रुपये प्रति क्विंटल किया जाएगा. इसके अलावा, धान उत्पादकों को 2,000 रुपये प्रति हेक्टेयर का बोनस देने की घोषणा की गई है.
दूध उत्पादकों के लिए भी आर्थिक सहायता का वादा किया गया है. मुख्यमंत्री ने बताया कि उनकी सरकार किसानों की आय बढ़ाने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सागर-दमोह सड़क को चार लेन बनाने की भी घोषणा की और मंच से विभिन्न योजनाओं के पांच लाभार्थियों को सरकारी सहायता वितरित की.
15 मार्च, 2025 से होगी गेहूं की खरीदारी
मध्य प्रदेश में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी की तारीखों में बदलाव किया गया है. प्रदेश में गेहूं की खरीदी एक मार्च की बजाय 15 मार्च, 2025 से किया जाएगा. सबसे पहले इंदौर, उज्जैन, भोपाल और नर्मदापुरम संभाग से गेहूं का उपार्जन किया जाएगा. वहीं बाकी संभागों में 17 मार्च, 2025 से गेहूं की खरीदी होगी.
किसानों की भलाई के लिए प्रतिबद्ध सरकार
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों और सैनिकों का सम्मान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. राज्य और केंद्र सरकारें किसानों की आय दोगुनी करने की दिशा में लगातार काम कर रही हैं.
उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड क्षेत्र में आने वाले वर्षों में लाखों हेक्टेयर भूमि की सिंचाई होगी, जिससे कृषि उत्पादन में वृद्धि होगी. मुख्यमंत्री ने किसानों से अपनी जमीन सुरक्षित रखने का आग्रह किया और आश्वासन दिया कि सरकार उनके हितों की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगी.
गेहूं, चावल और दूध उत्पादकों को मिलेगा लाभ
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि इस वर्ष गेहूं 2,600 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीदा जाएगा और अगले साल यह बढ़कर 2,700 रुपये प्रति क्विंटल हो जाएगा. धान उत्पादकों को 2,000 रुपये प्रति हेक्टेयर का बोनस दिया जाएगा, जिससे उनकी आय में बढ़ोतरी होगी. इसके अलावा, दूध उत्पादकों को भी बोनस दिया जाएगा, जिससे डेयरी उद्योग को मजबूती मिलेगी और किसानों की आर्थिक स्थिति बेहतर होगी.