Kisan Credit Card: किसानों को अब KCC से मिलेगा 5 लाख रूपये तक का लोन, जानें कैसे उठाएं लाभ? Farmers News: किसानों की फसल आगलगी से नष्ट होने पर मिलेगी प्रति हेक्टेयर 17,000 रुपये की आर्थिक सहायता! Loan Scheme: युवाओं को बिना ब्याज मिल रहा 5 लाख रूपये तक का लोन, जानें पात्रता और आवेदन प्रक्रिया Rooftop Farming Scheme: छत पर करें बागवानी, मिलेगा 75% तक अनुदान, जानें आवेदन प्रक्रिया भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ महिलाओं के लिए तंदुरुस्ती और ऊर्जा का खजाना, सर्दियों में करें इन 5 सब्जियों का सेवन ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक Wheat Farming: किसानों के लिए वरदान हैं गेहूं की ये दो किस्में, कम लागत में मिलेगी अधिक पैदावार
Updated on: 27 August, 2021 8:42 PM IST

सोयामील के आयात को सरकार ने दी मंजूरी

विदेश व्यापार महानिदेशालय द्वारा  जारी एक  अधिसूचना में कहा गया हैं कि सरकार ने घरेलू बाजारों में आपूर्ति बढ़ाने के लिए 31 अक्टूबर तक आनुवंशिक रूप से संशोधित सोयामील के 1.2 मिलियन टन आयात की अनुमति दी है.

खाद्यानों की बुवाई एवं पैदावार : पिछले वर्ष के मुकाबले मामूली फर्क

किसानों ने 2021-22 (जुलाई-जून) खरीफ सीजन में अब तक 104.4 मिलियन हेक्टेयर में फसलों की बुवाई की है, जोकि पिछले वर्ष की तुलना में 1.6% कम है. कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, किसानों ने खरीफ सीजन के दौरान सबसे ज्यादा बोए जाने वाले खाद्यान्न, धान की बुआई 37.4 मिलियन हेक्टेयर में की है, जो एक वर्ष पूर्व के 37.8 मिलियन हेक्टेयर से कम है. लगभग 13.4 मिलियन हेक्टेयर पर दलहनी फसलों की बुआई की गयी यह क्षेत्र पूर्व वर्ष की तुलना में आंशिक रूप से अधिक था.

तिल की बुवाई में दर्ज की गयी कमी

वहीं तिलहनी फसलों की बुआई के आंकड़ों पर गौर करें तो एक वर्ष पूर्व लगभग 19.0 मिलियन हेक्टेयर की तुलना में तिलहन 18.8मिलियन हेक्टेयर में बोये गए. एक साल पूर्व 12.8 मिलियन हेक्टेयर की तुलना में कपास के अंतर्गत अब तक कुल क्षेत्र 11.7 मिलियन हेक्टेयर है.

अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में चीनी की ऊँची कीमतों के फलस्वरूप निर्यात सब्सिडी की संभावना नहीं : CRISIL रिसर्च

क्रिसिल रिसर्च द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि दुनिया के सबसे बड़े उत्पादक देश ब्राजील में गन्ने की फसलों को हुए नुकसान के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजारों में चीनी की ऊंची कीमतों के कारण केंद्र द्वारा आगामी 2021-22 (अक्टूबर-सितंबर) सीजन के लिए निर्यात सब्सिडी की घोषणा करने की संभावना नहीं है.

English Summary: What is the important news of agriculture sector, know
Published on: 27 August 2021, 08:45 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now