मिथिला मखाना को सफलतापूर्वक जीआई टैग मिलने के बाद इसकी चर्चा ना सिर्फ बिहार राज्य में है बल्कि पूरे देश में अभी तक हो रही है. हाल ही में India GI Fair 2022, इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट, ग्रेटर नोएडा में 26-28 अगस्त 2022 तक भारत की विरासत को प्रदर्शित करने के लिए आयोजित किया गया था.
इसी कड़ी में कृषि जागरण चौपाल (KJ Chaupal) में इंडिया जीआई फेयर 2022 (India GI Fair,IGIF) के 5 प्रतिभागियों ने शिरकत की. इस दौरान उन्होंने GI Tag को लेकर अपने अनुभव साझा किए.
India GI Fair के ये 5 प्रतिभागियों ने KJ Chaupal में की शिरकत
इंडिया जीआई फेयर 2022 (India GI Fair,IGIF) के 5 प्रतिभागियों में शामिल राहुल प्रकाश (Director of Amalfarm Solutions Private Limited), जेरिन बेबी (Designated Partner Spice Shuttle Exim LLP), टोनी जॉय (Managing Partner Spice shuttle Exim LLP), उन्नीकृष्णन(Wayanad Gandhakasala Rice Farmer Association) और शशि कुमार (Wayanad Gandhakasala Rice Farmer Association) ने KJ Chaupal में शिरकत कर अपना अनुभव साझा किया.
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राहुल प्रकाश ने अपना अनुभव किया साझा
अमलफार्म सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक राहुल प्रकाश ने इन्फोसिस में काम करने से लेकर अपना खुद का व्यवसाय (Amalfarm Solutions Private Limited) शुरू करने तक के अपने सफर के बारे में बात की.
इस दौरान उन्होंने जीआई टैग के बारे में पूछे गए सवाल-‘’जीआई टैग आवेदनों को अभी तक मंजूरी क्यों नहीं दी गई है?”इस सवाल का जवाब देते हुए राहुल प्रकाश ने कहा कि जैसा की आप जानते हैं कि मिथिला मखाना के मामले में अनुमोदन प्राप्त करने में इतना समय लगा, क्योंकि नाम पर लंबे समय से विवाद था.
उन्होंने कहा कि अनुमोदन के लिए भेजे गए आवेदन में शुरू में नाम बिहार मखाना लिखा हुआ था. ऐसे में पहला मानदंड यह है कि वस्तु उस क्षेत्र से संबंधित होनी चाहिए, जो परंपरागत रूप से फसल उगा रही है और केवल उनके लिए विशिष्ट है. हो सकता है कि बहुत से आवेदन उन मानदंडों का पालन नहीं कर रहे हों, इसलिए देरी हो रही हो.
उन्नीकृष्णन ने किसानों से किया आग्रह
Wayanad Gandhakasala Rice Farmer Association के उन्नीकृष्णन ने जिन किसानों के पास खेती की लंबी पारिवारिक परंपरा है, उनसे आग्रह किया कि उन्हें ऐसा करना जारी रखना चाहिए. इस दौरान उन्होंने ये भी कहा कि हालांकि यह लाभदायक नहीं है, यह कुछ ऐसा है जो कृषि के प्रति प्रतिबद्धता और समर्पण वाले परिवार ही करते हैं.