कृषि जागरण 21 अक्टूबर, 2021 को सुबह 11 बजे "कृषि प्रदर्शनी उद्योग कोविड -19 के बाद कैसे बढ़ेगा" विषय पर एक वेबिनार का आयोजन कर रहा है. गौरतलब है कि अर्थव्यवस्था और रोजगार के स्रोत में एक महत्वपूर्ण योगदानकर्ता के रूप में, इवेंट मैनेजमेंट उद्योग के अस्तित्व को सुनिश्चित करने के लिए योजना और रणनीति बनाने की मौजूदा वक़्त सबसे ज्यादा जरूरत है. इसी के मद्देनजर कृषि जागरण इस वेबिनार को आयोजित करने जा रहा है.
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि: लाखन सिंह राजपूत, राज्य मंत्री कृषि, कृषि विभाग, उत्तर प्रदेश
इस वेबिनार में भाग लेना क्यों है जरूरी?
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2020 की शुरुआत में कोरोना महामारी के प्रकोप के साथ, प्रदर्शनी उद्योग विश्व स्तर पर बंद होता दिख रहा है. आकड़ों के मुताबिक, दुनिया भर में 2,400 से अधिक प्रमुख मेलों और प्रदर्शनियों को कोरोनावायरस के कारण रद्द या स्थगित कर दिया गया है.
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कृषि उद्योग ने कोविड 19 का ज्यादा अधिक प्रभाव नहीं देखा और उद्योग वर्चुअल माध्यम से सक्रिय था, जबकि भौतिक प्रदर्शनी रुक गई थी.
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प्रस्तावित वेबिनार कृषि प्रदर्शनी उद्योग के भविष्य पर चर्चा करने और आगे का रास्ता सुझाने के लिए सरकार और निजी क्षेत्र दोनों के महत्वपूर्ण हितधारकों को एक मंच पर लाएगा.
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कुछ राज्य सरकारें इस उद्योग के सामाजिक-आर्थिक लाभों को समझने में सफल रही हैं और कड़े प्रोटोकॉल के साथ प्रदर्शनियों को फिर से शुरू करने के लिए हितधारकों की सहायता की है.
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यूएफ़आई, दुनिया के प्रमुख ट्रेडशो आयोजकों और फेयरग्राउंड मालिकों का वैश्विक संघ, प्रदर्शनी उद्योग को फिर से शुरू करने के साथ ही सशक्त बनाने की दिशा में काम कर रहा है.
कार्यक्रम में शामिल होने वाले वक्ता:
एम.सी. डॉमिनिक, संस्थापक और प्रधान संपादक, कृषि जागरण और एग्रीकल्चर वर्ल्ड
डॉ. बी.आर. काम्बोज, कुलपति, चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार, हरियाणा
डॉ. ओंकार नाथ सिंह, कुलपति, बिरसा कृषि विश्वविद्यालय, कांके, रांची
डॉ. एके कर्नाटक, कुलपति, वीसीएसजी उत्तराखंड बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, उत्तराखंड
डॉ. जसकर्ण सिंह महल, डायरेक्टर, एक्सटेंशन, पंजाब कृषि विश्वविद्यालय, लुधियाना
डॉ. एम. एस. कुंदू, डायरेक्टर एक्सटेंशन, राजेंद्र प्रसाद कृषि केंद्रीय विश्वविद्यालय, बिहार
नवीन सेठ, असिस्टेंट सेक्रेटरी- जनरल, PHDCCI
प्रवीण कपूर, वाइस प्रेसिडेंट- इवेंट्स एंड कॉरपोरेट रिलेशंस, इंडियन चैंबर ऑफ फूड एंड एग्रीकल्चर
निरंजन देशपांडे, सीईओ, किसान फोरम प्रा. लिमिटेड
रवि बोराटकर, आयोजन सचिव एग्रो विजन इंडिया और एमएम एक्टिव साइंस-टेक कम्युनिकेशंस के प्रबंध निदेशक
डॉ. के.सी. शिव बालन, संस्थापक और प्रबंध निदेशक, मित्रा एग्रो फाउंडेशन, त्रिची, तमिलनाडु
पंजीकरण लिंक:
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हिस्सा लेने के लिए: https://bit.ly/3iSyZ0M
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स्पीकिंग स्लॉट के लिए: https://bit.ly/3iSyZ0M
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शुल्क: रु 5000/- + टैक्स
अवसर:
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बोलने के लिए 5 मिनट
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