केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Union Minister NitinGadkari) ने कहा कि उन्होंने एक ऐसी कार खरीदी है जो एक पायलट प्रोजेक्ट (Pilot Project) के लिए फरीदाबाद के तेल अनुसंधान संस्थान में उत्पादित ग्रीन हाइड्रोजन (Green Hydrogen) पर चलेगी. परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Transport Minister Nitin Gadkari) ने कहा कि वह दिल्ली (Delhi) में उस कार को चलाएंगे ताकि लोगों को विश्वास हो कि पानी से ग्रीन हाइड्रोजन प्राप्त करना संभव है.
सीवेज पानी का होगा इस्तेमाल (Sewage water will be used)
मंत्री संभावित परिवहन ईंधन के रूप में ग्रीन हाइड्रोजन (Green Hydrogen) की संभावनाओं पर जोर दे रहे हैं. सबसे खास बात यह है कि परिवहन मंत्री (Transport Minister NitinGadkari) का लक्ष्य ग्रीन हाइड्रोजन (Green Hydrogen) के जरिये बसें, ट्रक और कार चलाने की योजना है जो शहरों में सीवेज के पानी (Sewage Water) और ठोस कचरे का उपयोग करके बनाई जाएगी.
कचरे से पैदा होगा धन (Wealth will be generated from waste)
गडकरी ने कहा कि अब नागपुर अपना सीवेज पानी महाराष्ट्र सरकार के बिजली संयंत्र (Maharashtra government power plants) को बेचता है और एक साल में लगभग 325 करोड़ कमाता है जो बेकार नहीं है. यह नेतृत्व और प्रौद्योगिकी के दृष्टिकोण पर निर्भर करता है कि आप कचरे में धन पैदा कर सकते हैं. अब गडकरी की कोशिश है कि वो अपशिष्ट जल में मूल्य पैदा कर सकें क्योंकि हर नगरपालिका के पास यह पानी है.
परिवहन मंत्री गडकरी की मेज़बानी (Transport Minister Gadkari hosted)
गडकरी ने कहा "लोगों को प्रशिक्षित करें ताकि इस पानी से ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन किया जा सके. हमारे पास ठोस कचरा है जिसे सौर छतों द्वारा कवर किया जा सकता है जिससे सस्ती दर पर बिजली मिलती है. हमारे पास पानी है और साथ ही इलेक्ट्रोलाइज़र अब भारत द्वारा उत्पादित किए जाते हैं. हम ग्रीन हाइड्रोजन (Green Hydrogen) का उत्पादन कर सकते हैं और यह एक वैकल्पिक ईंधन साबित हो सकता है. इस पर सभी बसें, ट्रक, कार चलाई जा सकती हैं. यह मुश्किल नहीं है. मैंने एक हाइड्रोजन कार खरीदी है जिसे मैं दिल्ली में चलाने जा रहा हूं क्योंकि लोगों को यह स्वीकार करने में समय लगता है."
पर्यावरण के लिए एक पहल (An initiative for the environment)
-
ग्रीन हाइड्रोजन (Green Hydrogen) ने दुनिया भर की कुछ सबसे बड़ी फर्मों और सरकारों को आकर्षित किया है क्योंकि वे ऊर्जा के अधिक स्थायी स्रोत की ओर बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं.
-
यह दुनिया में ऊर्जा के सबसे स्वच्छ रूपों में से एक है.
-
इसे सौर और पवन जैसे ऊर्जा के नवीकरणीय स्रोतों से उत्पन्न बिजली के माध्यम से इलेक्ट्रोलिसिस की मदद से उत्पादित किया जाता है.
होगा प्राकर्तिक चीज़ों का इस्तेमाल (Natural things will be used)
अन्य नवीन परियोजनाओं के बारे में बात करते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि उनके कमरे की एक दीवार पर, उन्होंने गाय के गोबर से पेंट करवाया है.
मंत्री ने कहना है कि गोरक्षण की कोई आवश्यकता नहीं होगी क्योंकि यदि उनको गोबर और गोमूत्र (Cow dung and urine) की व्यावसायिक व्यवहार्यता से लाभ मिलना शुरू हो जायेगा तो वो अपनी गायों को नहीं बेचेंगे और फेनिल जैसा पदार्थ भी गोमूत्र से बनाया जा सकता है.
स्वतंत्रता दिवस पर, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने एक राष्ट्रीय हाइड्रोजन मिशन (National Hydrogen Mission) के शुभारंभ को हरी झंडी दिखाई और भारत को ग्रीन हाइड्रोजन (Green Hydrogen) उत्पादन और निर्यात के लिए एक वैश्विक केंद्र में बदलने के अपने निर्णय की घोषणा की थी.