कृषि विज्ञान केंद्र दिल्ली में बकरी पालन पर 10 दिवसीय व्यावसायिक प्रशिक्षण शिविर का आगाज हो गया है. इस प्रशिक्षण शिविर का आयोजन 18 से 28 अप्रैल 2024 तक किया जाएगा. जहां, प्रतिभागियों को बकरी पालन से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारी दी जाएगी. गुरुवार को प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ करते हुए केवीके के अध्यक्ष डॉ.डीके राणा ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया और बकरी पालन के संबंध में दिल्ली क्षेत्र की जलवायु के बारे में अपने विचार साझा किए.
प्रशिक्षण शिविर में दिल्ली के साथ-साथ हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र जैसे विभिन्न राज्यों से 30 से अधिक प्रशिक्षु शमिल रहे. डॉ.डीके राणा ने इस बात पर भी ध्यान केंद्रित किया कि कृषि और बकरी पालन सिक्के के दो पहलू हैं, जिसमें किसान वैज्ञानिक तरीकों और सरकारी योजनाओं का उपयोग करके अच्छा लाभ कमा सकते हैं.
वहीं, विशेषज्ञ कृषि कैलाश ने विस्तार पंजीकरण,पूर्व मूल्यांकन और अन्य गतिविधियों के बारे में किसानों के साथ एक संक्षिप्त चर्चा की. प्रशिक्षण के समन्वयक डॉ. जेपी गोदारा, विशेषज्ञ पशुपालन ने बकरी पालन के कार्यक्रम इसके प्रबंधन, अर्थशास्त्र और बकरी पालन को एक सफल व्यवसाय के रूप में बढ़ाने के लिए शुरुआती बिंदुओं के बारे में प्रशिक्षण और सामान्य चर्चा की.
बातचीत सत्र के बाद उन्होंने बकरी पालन की शुरुआत के बारे में चर्चा की और बताया की किसान इससे कैसे लाभ कमा सकते हैं. कार्यक्रम के दौरान किसानों को केवीके द्वारा की गई विभिन्न गतिविधियों के बारे में भी बताया गया और डॉ रितु सिंह, डॉ राकेश कुमार, बृजेश कुमार, रामसागर और सभी तकनीकी कर्मचारियों ने प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लिया और मार्गदर्शन किया.