Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 5 January, 2024 6:23 PM IST
vocational education program, KVK Jhalawar

कृषि विज्ञान केन्द्र, झालावाड़ द्वारा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, भिलवाड़ी के छात्र छात्राओं के लिए वोकेशनल शिक्षा पर 26 दिसम्बर 2023 से 05 जनवरी 2024 तक ऑन जोब प्रशिक्षण आयोजित किया गया, इस बात की जानकारी केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष, डॉ. टी.सी. वर्मा दी है. उन्होंने बताया कि, कौशल विकास के लिए विभिन्न प्रकार की गतिविधियां इस केन्द्र के माध्यम से आयोजित की जाती है. जिनका लाभ प्रशिक्षणार्थियों को इस प्रशिक्षण के माध्यम से दिया गया है. आपकी जानकारी के लिए बता दें, इसमें 50 छात्र छात्राओं ने भाग लिया है.

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि झालावाड़ के एडीपीसी सीताराम मीणा ने बताया कि सरकार द्वारा बच्चों में कौशल विकास हेतु इस प्रकार के प्रशिक्षण आयोजित करने की पहल की गई है, जिनके माध्यम से बच्चों को शिक्षा के साथ कौशल विकास के लिए एक प्लेटफार्म मिल रहा है. वहीं झालावाड़ के शिक्षा विभाग में पीओ, रफत अनवर ने बताया कि बच्चों को शिक्षा लेते हुए अपने कौशल को निखारने के लिए इस प्रकार का प्रशिक्षण बहुत ही निर्णायक है. बच्चों के भविष्य को निखारने के लिए अतुलनीय प्रशिक्षण है. जिसके माध्यम से बच्चों में शिक्षा के साथ कृषि क्षेत्र में अभिरूचि जागृत होती है. उन्होंने आगे कहा कि, इससे बच्चा शिक्षा लेते समय एवं शिक्षा पूर्ण होने के बाद अपना स्वरोजगार शुरू कर अन्य लोगों को भी रोजगार दे सकता है.

झालावाड़ के शिक्षा विभाग में समसा, घनश्याम ने व्यवसायिक शिक्षा पर जोर देते हुए बच्चों से आग्रह किया कि शिक्षा के साथ अतिरिक्त आमदनी के लिए कृषि क्षेत्र से जुड़ा हुआ व्यवसाय किया जा सकता है. उन्होंने कहा, बच्चों के सम्पूर्ण विकास के लिए व्यवसायिक शिक्षा भी एक घटक की तरह कार्य करती है, जिसके माध्यम से भविष्य में कृषि क्षेत्र में भी नवाचार किया जा सकता है. 

केन्द्र के विषय विशेषज्ञ (मृदा विज्ञान) डॉ. सेवाराम रूण्डला ने थ्योरी एवं प्रयोगिक कालांशों के माध्यम से कृषि विज्ञान केन्द्र की गतिविधियों से बच्चों को रूबरू करवाया. उन्होंने यहां पावरप्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से विभिन्न विषयों जैसे नैनो उर्वरक, प्राकृतिक खेती, वर्मीकम्पोस्ट उत्पादन, नेपियर घास उत्पादन, प्राकृतिक तालाब में सिंघाड़ा व मछली उत्पादन, फसलोत्पादन में जैविक खादों की महत्वता, बकरी पालन, डेयरी एवं पशुपालन, कृषि से सम्बन्धित विभिन्न क्षेत्रों पर विस्तार से चर्चा की है. इसके अलावा उन्होंने फार्म पर जीवंत इकाईयों पर विभिन्न प्रायोगिक कार्य करवाए, जैसे जैव प्रबंधन एवं उपयोगिता, वर्मीकम्पोस्ट बनाने की विधि, प्राकृतिक खेती के विभिन्न घटकों को बनाने की विधियों आदि.

उन्होंने कहा कि, पशुपालन में स्वच्छ दुग्ध दोहन हेतु स्वच्छता रखें, जिससे पशुओं में बीमारियों का कम से कम प्रकोप हो और इनसे शुद्ध व स्वच्छ दूध प्राप्त हो सकें. इस बीच केन्द्र के प्रसार वैज्ञानिक डॉ.मौहम्मद युनुस ने विभिन्न इकाईयों के महत्व पर प्रकाश डाला और तकनीकी सहायक सुनिता कुमारी ने तकनीकी पार्क पर भ्रमण करवाया.

भिलवाड़ी के प्रभारी एवं व्यवसायिक शिक्षक, महावीर कुमार शर्मा ने 10 दिवसीय प्रशिक्षण में बच्चों का हौसलावर्धन करते हुए केन्द्र की गतिविधियों के माध्यम से प्रशिक्षण में बढ़चढ़ कर भाग लेने के लिए प्रेरित किया. इसके अलावा संजीदा परवेज, प्रधानाचार्य एवं आशा सुयन कार्यक्रम, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, भिलवाड़ी ने भी अपना उद्बोधन दिया.

English Summary: vocational education program organized at agricultural science center jhalawar students given skill development training
Published on: 05 January 2024, 06:26 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now