डॉ राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के पंचतंत्र भवन सभागार में विकसित कृषि संकल्प अभियान के विषय पर आधारित एक प्रेस कांन्फ्रेंस का आयोजन किया गया. जिसमें भारत सरकार के विकसित कृषि संकल्प अभियान के पठारी क्षेत्र के रीजनल नोडल अधिकारी सह विवि के कुलपति डॉ पी एस पांडेय ने कहा कि प्रधानमंत्री मंत्री के परिकल्पना विकसित भारत 2047 के लिए किसानों को विकसित होना जरूरी है. उन्होंने ने बताया कि यह पहला मौका है जिसमें किसान विज्ञान एवं समाधान तीनों गांव गांव में किसानों के द्वारा तक पहुंच रहा है.
उन्होंने कहा कि इस अभियान की भुमिका कृषि के क्षेत्र में अहम साबित होगा. अभियान के दौरान किसानों से फसल से जुड़े फीडबैक लिया जा रहा है. जिसके आधार पर वैज्ञानिक शोध करेंगे जिसका लाभ किसानों को खेती में मिलेगा. उन्होंने बताया कि किसानों को प्राकृतिक खेती, जलवायु अनुकूल खेती एवं फसल के विविधीकरण की भी जानकारी दिया जा रहा है.
जिससे किसानों को लाभ होगा. उन्होंने ने बताया कि विकसित भारत के लिए विकसित किसान एवं विकसित कृषि होना जरूरी है. उन्होंने ने संबोधन में कहा कि विकसित संकल्प अभियान में किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड के महत्व, क्षेत्र विशेष के लिए खरीफ मौसम में उगाई जाने वाली प्रमुख फसलों से संबंधित आधुनिक तकनीक एवं धान की सीधी बुवाई ,सरकारी योजनाओं की जानकारी सहित अन्य जानकारी दिया जा रहा है.
इस दौरान निदेशक अनुसंधान डॉ ए के सिंह, स्नातकोत्तर महाविद्यालय अधिष्ठाता सह निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ मयंक राय, अभियान के नोडल पदाधिकारी डॉ रत्नेश कुमार झा उपस्थित थे.
लेखक: रामजी कुमार, समस्तीपुर (FTJ)