बुधवार यानी 27 सितंबर को देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ एक दिवसीय दौर पर राजस्थान के बाड़मेर में पहुंचे. जहां उन्होंने हजारों की संख्या में उपस्थित किसानों की मौजूदगी में ICAR के क्षेत्रीय बाजरा (श्रीअन्न) अनुसंधान केंद्र का शिलान्यास किया. इसके साथ ही उन्होंने जनसभा के रूप में आयोजित "कृषक-वैज्ञानिक संवाद" कार्यक्रम को भी संबोधित किया. शिलान्यास एवं कृषक-वैज्ञानिक संवाद कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री एवं स्थानीय बाड़मेर सांसद कैलाश चौधरी, जालोर सांसद देव भाई पटेल, राजस्थान सरकार में मंत्री हेमाराम चौधरी, सिवाना विधायक हमीर सिंह भायल, आईसीएआर के डीजी हिमांशु पाठक मौजूद रहे. वहीं इस जनसभा में हजारों की संख्या में किसान शामिल हुए.
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि क्षेत्रीय बाजरा अनुसंधान संस्थान के रूप में जिले को मिली यह सौगात स्थानीय किसानों के लिए एक क्रांतिकारी कदम साबित होगी.
बाजरा अनुसंधान संस्थान से किसानों की मिलेगी मदद
भारत सरकार के द्वारा मिलेट्स को बढ़ावा देने के लिए साल 2023 को मिलेट्स वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मोटे अनाजों को प्राथमिकता देने के साथ-साथ वह न केवल आमजन के स्वास्थ्य अपितु इससे कृषि क्षेत्र के लिए भी लाभकारी साबित होगा. इससे देश के किसानों की आमदनी में भी तेजी से वृद्धि हो रही है. कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति धनखड़ ने यह भी कहा कि बाजरा अनुसंधान संस्थान के बनने से स्थानीय किसानों को कृषि क्षेत्र में होने वाले अनुसंधानों एवं प्रयोग का लाभ सरलतापूर्वक मिल सकेंगा.
मील का पत्थर साबित होगा यह संस्थान
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर वर्चुअल रुप से जुड़ें और उन्होंने किसानों को बाजरा अनुसंधान संस्थान के रूप में मिली सौगात के लिए शुभकामनाएं दी. इस दौरान उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार किसानों को बीज से लेकर बाजार तक हर एक संभव मदद कर रही है.
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इसी के साथ केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं. ऐसे में यह संस्थान इस दिशा में मील का पत्थर साबित होगा.