UPSC परीक्षा को पास करना लगभग हर छात्र का सपना होता है. कितनी बड़ी कंपनी में जॉब क्यों न कर लें, UPSC की चाहत फिर भी उसके दिल में होती है. UPSC को भारत में सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में से एक माना जाता है.
इस परीक्षा में सफल होने के लिए एक आत्मसमर्पण और उचित रणनीति की आवश्यकता होती है. हालांकि, हौसला और लगन हो, तो आप कुछ भी हासिल कर सकते हैं. आमतौर पर ये देखा गया है UPSC की सफलता उन्हीं छात्रों को मिलती है, जिनके इरादे मजबूत होते हैं.
UPSC की परीक्षा
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यह परीक्षा कुल तीन चरणों में होती है.
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पहला चरण प्रीलिम्स है जिसमे बहुविकल्पीय प्रश्न होते हैं.
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दूसरा चरण मेन्स है, इसमें लिखित परीक्षा होती है.
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तीसरा चरण साक्षात्कार होता है, इसमें मौखिक मूल्यांकन होता है.
UPSC को परीक्षा को अपने पहले प्रयास में ही सभी उम्मीदवार पास करने चाहत रखते हैं. बहुतों ने इसे कर के भी दिखाया है. कुछ ऐसा ही उदाहरण झारखंड के यश जालुका ने पेश किया है. अगर आप वास्तव में कुछ चाहते हैं, तो उस तक पहुँचने की राह भी आप किसी न किसी तरह निकाल ही लेते है.
उन्होंने न केवल पहली परीक्षा में परीक्षा उत्तीर्ण की, बल्कि यूपीएससी सीएसई 2020 में AIR 4 भी हासिल किया. कृषि जागरण के साथ बातचीत में उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और डेली रूटीन के बारे में बताया. उन्होंने कृषि जागरण से जुड़े सभी दर्शकों से टिप्स और ट्रिक्स साझा किए, उन्होंने बताया अगर आप भी UPSC की परीक्षा को पार करना चाहते हैं, तो इन बातों पर आपको ध्यान देने की जरुरत है.
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अपने लक्ष्यों पर स्पष्टता कैसे प्राप्त करें: कई युवाओं को अपना करियर चुनते समय कई मुश्किल या फिर कन्फ़्यूजन का सामना करना पड़ता है. ऐसे में या तो वो घबरा कर कोई गलत कदम उठा लेते हैं या फिर दूसरों के दवाब में आकर उनके हिसाब से अपने करियर का फैसला ले लेते है.
आपको बता दें, ऐसे में घबराना पूरी तरह से सामान्य है, बस जरुरत है आपको विभिन्न क्षेत्रों का पता लगाने की, आप चाहें तो यूपीएससी परीक्षा और टॉपर्स पर किताबें पढ़ सकते हैं. यह आपको यह समझने में मदद करेगा कि परीक्षा को क्रैक करने में क्या लगता है. यश कहते हैं, "अपना करियर चुनते समय ध्यान रखने वाली सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि किसी विशेष पेशे के ग्लैमर से आकर्षित न हों, आपको एक ऐसा करियर चुनना होगा जिसे आप अगले 30-35 वर्षों तक अपना सकें, इसलिए सूचित करें विकल्प".
अपने समय का प्रयोग सही और प्रतिबंधित रूप से करें: यश कहते हैं कि यूपीएससी की तैयारी रणनीति का सबसे महत्वपूर्ण पहलू समय प्रबंधन है. यदि आप अपने समय को प्रभावी ढंग से प्रबंधित कर सकते हैं, तो यह लड़ाई आप आधी जीत चुके हैं. उनका कहना है कि उम्मीदवारों को खुद को समय देना चाहिए और खुद पर काम करना चाहिए. प्राप्त करने योग्य, दीर्घकालिक लक्ष्य निर्धारित करें, और अपने ऊपर अनावश्यक दबाव न बनाएं.
स्टडी टिप्स: पढ़ाई कैसे करें और कहाँ से करें. बहुत से बच्चों के मन में ये सवाल रहता है. यश कहते हैं कि यूपीएससी निस्संदेह एक कठिन परीक्षा है और इसलिए उन्होंने इसकी तैयारी के लिए पूरे 1 साल का समय दिया. कवर किया जाने वाला सिलेबस बहुत बड़ा है, और इसमें शामिल विषयों की व्यापक समझ हासिल करने के लिए समय की आवश्यकता होती है. यश ने इस परीक्षा की तैयारी के लिए कोई कोचिंग नहीं ली और तैयारी के लिए स्थानीय रूप से उपलब्ध इंटरनेट और किताबों का इस्तेमाल किया.
आज के युग में, कोई भी विभिन्न संसाधनों का उपयोग कर सकता है, जैसे कि मोबाइल ऐप और वेबसाइट. कोचिंग सेंटरों के पास एक अध्ययन योजना होती है जिसे वे आप पर लागू करते हैं, लेकिन यह सफलता की गारंटी नहीं दे सकता है और वे एक खगोलीय शुल्क लेते हैं, जिसे कई उम्मीदवार अफ़्फोर्ड नहीं कर सकते. सबसे पहले यह समझना जरूरी है कि आप कहां खड़े हैं और आपको कितने सुधार करने की जरूरत है. एक बार जब आप अपने अध्ययन के उद्देश्यों को जान लेते हैं, तो आप स्व-अध्ययन या कोचिंग संस्थान में शामिल होने के बीच निर्णय ले सकते हैं.
कैसे प्रेरित रहें: यूपीएससी बहुत अप्रत्याशित परीक्षा है. जब आप डि-मोटेड महसूस करें तो अपनी क्षमता पर संदेह न करें. बस अपने आप पर काम करते रहें और स्किलिंग पर ध्यान दें. अपने प्रदर्शन का मूल्यांकन करें और उन क्षेत्रों पर काम करें जिनमें आपको लगता है कि आप उसमें अच्छे नहीं हैं.