मध्य प्रदेश में रबी सीजन की फसल की कटाई शुरू हो चुकी है. इसी महीने के तीसरे सप्ताह तक गेहूं कटाई जोर पकड़ लेगी. फसल कटाई को संज्ञान में रखते हुए कमलनाथ सरकार ने किसानों को कंबाइन हार्वेस्टर खरीदने पर सब्सिडी देने का फैसला लिया है. इस बार कृषि यंत्रों पर दी जाने वाली सब्सिडी में वृद्धि की गई है. इस बार लघु सीमांत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति महिला किसानों और सामान्य किसानों को कुल कीमत का क्रमशः 50 और 40 प्रतिशत सब्सिडी दी जाएगी.
यदि प्रदेश का कोई किसान फसल अवशेष यंत्र यानी स्ट्रा रीपर, हैप्पी सीडर, रोटावेटर, श्रेडर, मल्चर, रीपर, कंबाइन हार्वेस्टर व स्ट्रॉ मैनेजमेंट सिस्टम आदि से कटाई करवाता है, तो उसे भूसा भी मिलेगा. जिसे किसान बेच भी सकता है या चाहे तो दुधारू पशुओं को चारे के रूप में देकर दूध उत्पादन में वृद्धि कर सकता है. ऐसा करने से किसानों की आमदनी बढ़ जाएगी.
प्रदेश के कृषि मंत्री सचिन यादव ने बताया है कि इस बार कृषि यंत्र जैसे कंबाइन हार्वेस्टर तथा स्ट्रॉ मैनेजमेंट सिस्टम (एसएमएस) जैसे पर सब्सिडी बढ़ा दी जा रही है. उन्होंने कहा अभी तक प्रदेश के ज्यादातर किसान फसल निकालने के लिए पड़ोसी प्रदेश के किसानों पर निर्भर रहते थे. अब सरकार प्रदेश के किसानों को सब्सिडी के रूप में सहायता दे रही है. जिससे अब किसानों को दूसरों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा.
आपको बता दें कि प्रदेश के 80 प्रतिशत किसान गेहूं की फसल की कटाई कंबाइन हार्वेस्टर से करते हैं जिसके बाद खेतों में लगभग एक फिट ऊंची फसल की डंठल खेत में रह जाती है. इस बार फसलों की कटाई के बाद खेत में आग लगाने वाले किसानों से शासन ने जुर्माना वसूलने का फैसला लिया है. वहीं दूसरी तरफ हार्वेस्टर के माध्यम से गेहूं की कटाई पर स्ट्रीपर लगाना जरूरी कर दिया गया है. जो भी किसान इस आदेश का उलंघन करेगा उसके खिलाफ़ एफआईआर दर्ज होगी.