हाल ही में योगी आदित्यनाथ की उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों के लिए एक खास फैसला लिया है. यूपी किसानों के लिए ख़ास खबर यह है कि अगले महीने की शुरुआत से ही सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद शुरू कर देगी. जी हां, इस बात की घोषणा हो चुकी है कि 2 अप्रैल से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद शुरू कर दी जाएगी.
खरीद में सरसों, चना और मसूर शामिल
इस फसल खरीद (CROP PROCUREMENT) की घोषणा पिछले हफ्ते की जा चुकी है. इस खरीद प्रक्रिया के लिए सभी जरूरी प्रबंध किए जा रहे हैं. आपको बता दें कि MSP पर शुरू होने वाली इस खरीद में सरसों, चना और मसूर शामिल हैं. बता दें, एमएसपी पर सरकार (UP government) ने किसानों से लगभग 2.64 लाख टन सरसों, 2.01 लाख टन चना और 1.21 लाख टन मसूर की खरीद की योजना बनाई है.
3 महीने तक जारी रहेगी खरीद
किसानों के उत्पादन की खरीद तीन महीने यानी 90 दिनों तक जारी रहेगी. इस खरीद की समयसीमा प्रदेश सरकार की तरफ से तय की गई है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि फसलों के सर्वे के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने जिला मजिस्ट्रेट को बीमा कंपनी (insurance) के साथ कृषि और राजस्व विभाग के कर्मचारियों को पास मुहैया कराने का निर्देश दिया है. वहीं अभी तक के किसानों के आवेदन की बात करें तो मिली खबरों के मुताबिक 80,000 से ज्यादा किसानों ने बीमा कंपनियों को आवेदन भेजे हैं.
वहीं आलू उत्पादन को लेकर कहा गया है कि इसके भंडारण और निकासी के लिए कोल्ड स्टोरेज (cold storage) की साफ़-सफाई की जा रही है. इसके साथ ही यह भी चिंता जताई गई है कि आलू भंडारण की उचित व्यवस्था करने के बाद भी किसान अपने खेतों से आलू की खुदाई नहीं कर रहे हैं. इसकी वजह लॉकडाउन (lockdown) बताई जा रही है. इसी कड़ी में कई जगह लॉकडाउन के ही चलते किसान अपने उत्पादन को फेंकने पर मजबूर हैं. उनका कहना है कि जब खरीददार ही नहीं हैं, तो रखकर क्या फायदा.