Union Budget 2025-26: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी 2025 को संसद में केंद्रीय बजट 2025-26 पेश किया. उन्होंने कहा कि अगले पांच वर्षों में भारत को ‘सबका विकास’ के दृष्टिकोण को वास्तविक रूप देने का एक विशेष अवसर मिलेगा. इस बजट का उद्देश्य गरीब, युवा, अन्नदाता (किसान) और नारी शक्ति को सशक्त बनाना है.
भारत की विकास यात्रा के चार प्रमुख इंजन
वित्त मंत्री ने बजट भाषण में कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है. उन्होंने कृषि, एमएसएमई, निवेश और निर्यात को भारत की विकास यात्रा के चार शक्तिशाली इंजन बताया. इन चारों क्षेत्रों में सुधार लाने के लिए सरकार ने कई योजनाओं और नीतियों की घोषणा की है, जिससे भारत की आर्थिक प्रगति को नई दिशा मिलेगी.
छह प्रमुख क्षेत्रों में सुधार की योजना
सरकार अगले पांच वर्षों में छह महत्वपूर्ण क्षेत्रों में व्यापक सुधार लागू करने की योजना बना रही है:
- कराधान प्रणाली में सुधार
- बिजली क्षेत्र का आधुनिकीकरण
- शहरी विकास को गति देना
- खनन क्षेत्र को मजबूत बनाना
- वित्तीय क्षेत्र में नियामक सुधार लागू करना
- वैश्विक प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देना
वित्त मंत्री ने कहा कि ‘विकसित भारत’ की यात्रा में ये सुधार ईंधन का काम करेंगे और समावेशिता (Inclusivity) इस यात्रा की प्रेरक शक्ति होगी.
बजट 2025-26 में 10 बड़े विकास लक्ष्य
केंद्रीय बजट में 10 वृहद क्षेत्रों में सुधारों और विकास की रूपरेखा प्रस्तुत की गई है:
- कृषि और उत्पादकता को बढ़ावा देना
- ग्रामीण समृद्धि और लचीलापन बढ़ाना
- समावेशी वृद्धि के माध्यम से सबको साथ लेकर चलना
- विनिर्माण क्षेत्र को मजबूत करना और ‘मेक इन इंडिया’ को बढ़ावा देना
- एमएसएमई (लघु और मध्यम उद्योगों) को समर्थन देना
- रोजगार केंद्रित विकास को बढ़ावा देना
- नवाचार और नई तकनीकों में निवेश करना
- ऊर्जा आपूर्ति को सुनिश्चित करना
- निर्यात को बढ़ावा देना
- अनुसंधान और नवाचार के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करना
विकसित भारत’ की परिकल्पना
वित्त मंत्री ने कहा कि ‘विकसित भारत’ के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सरकार शून्य निर्धनता, सर्वश्रेष्ठ शिक्षा, किफायती स्वास्थ्य सेवाएं, रोजगार के अवसर, महिला सशक्तिकरण और भारत को ‘विश्व की खाद्यान्न टोकरी’ बनाने पर विशेष ध्यान दे रही है.