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Updated on: 12 June, 2025 6:11 PM IST
कृषि मंत्री ने 'विकसित कृषि संकल्प अभियान' के आखिरी दिन गुजरात के किसानों से की बात

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज देश के किसानों का आह्वान किया कि वे अपनी जमीन के कुछ हिस्से में प्राकृतिक खेती जरूर करें. उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती धरती मां को बचाने का अभियान है. चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चिंता है कि रासायनिक उर्वरकों के इस्तेमाल से धरती खराब हो रही है औऱ इसलिए सरकार ने प्राकृतिक खेती मिशन बनाया है ताकि अगली पीढ़ी के लिए धरती बची रहे.

चौहान ने 'विकसित कृषि संकल्प अभियान' के आखिरी दिन आज गुजरात के बारडोली के राजपुर लुम्भा में किसान चौपाल में हिस्सा लिया और किसानों से प्राकृतिक तथा वैज्ञानिक खेती की व्यावहारिक समस्याओं पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि गुजरात के किसानों ने सफल तरीके से प्राकृतिक खेती करके पूरे देश के किसानों को प्रेरित किया है. इस मौके पर उन्होंने कहा कि सही ढंग से प्राकृतिक खेती की जाये तो लागत घटती है, उत्पादन बढ़ता है और इसलिए पूरे हिस्से में न करें तो कुछ एकड़ में जरूर करें. चौहान ने किसानों को आश्वस्त किया कि अगर उन्हें किसी तरह की कठिनाई होगी तो उसके समाधान के लिए देश भर के कृषि वैज्ञानिक मिलकर प्रयास करेंगे. कृषि मंत्री चौहान ने कहा कि 1928 में इसी बारडोली की धरती से सरदार वल्लभ भाई पटेल ने सत्याग्रह शुरू किया था और ये उनके लिए सौभाग्य की बात है कि आज वह इस ऐतिहासिक भूमि के किसानों के बीच हैं. 

शिवराज सिंह चौहान ने नवाचार करने वाले किसानों के अनुभव को जाना और उनकी प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे प्रगतिशील किसान देश की नई खेती के अग्रदूत हैं. इस मौके पर कुछ किसानों ने कीटनाशकों के प्रयोग और प्राकृतिक खेती को लेकर अपने सुझाव दिए और व्यावहारिक समस्याओं से कृषि मंत्री को अवगत कराया. मांडवी जिले के विकास ने कृषि मंत्री चौहान को अपने सात बीघे में की जा रही प्राकृतिक खेती के मॉडल की जानकारी दी और अपने अनुभव साझा किए कि कैसे उन्होंने प्राकृतिक खेती के इस्तेमाल से सामान्य खेती के मुकाबले बीस गुना तक ज्यादा फसल हासिल की और हर महीने चालीस से साठ हजार रुपये का लाभ कमा रहे हैं. एक अन्य किसान कल्पेश पटेल ने बताया कि पिछले पांच साल से वह प्राकृतिक खेती कर रहे हैं और केले की खेती से हर महीने पंद्रह हजार रुपये तक कमा रहे हैं.

कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि देश के किसानों की जरूरतों और उनकी समस्याओं को सुनने के लिए इस अभियान के तहत वैज्ञानिकों की टीमें गांव-गांव का दौरा कर रही हैं. 15 दिवसीय 'विकसित कृषि संकल्प अभियान' 29 मई को ओडिशा से शुरू हुआ था. इस राष्ट्रव्यापी अभियान के तहत केंद्रीय कृषि मंत्री चौहान ने ओडिशा, जम्मू, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, पंजाब, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना और दिल्ली के किसानों से संवाद किया.

English Summary: Union Agriculture Minister Shivraj Singh Chouhan called upon farmers to do natural farming, took part in Kisan Chaupal news
Published on: 12 June 2025, 06:17 PM IST

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