शिवराज सिंह चौहान आज महाराष्ट्र, पुणे के बालेवाड़ी में प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण कार्यक्रम में शामिल हुए. इस अवसर पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उप मुख्यमंत्री अजीत पवार, ग्रामीण विकास मंत्री जय कुमार गोरे, राज्यमंत्री योगेश कदम, बागवानी मंत्री भरत गोगावले एवं अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे. इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा कोई भी पात्र गरीब अब मकान के हक से वंचित नहीं होगा, सबको घर मिलेगा. पीएम मोदी ने मुझे पिछले वर्ष 9 जून को शपथ के बाद ग्रामीण विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी थी. 11 जून को मैंने कार्यभार संभाला था. आज 03 जून है, अभी एक साल भी पूरा नहीं हुआ और 30 लाख मकान देने का सौभाग्य मुझे प्राप्त हो गया है. यह भगवान की कृपा है, मोदी का विजन है.
शिवराज सिंह ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार द्वारा 65 हजार करोड़ रुपये प्रतिवर्ष गरीबों के मकान बनाने के लिए खर्च हो रहे हैं, जो बेहद उल्लेखनीय प्रयास है. 65 हजारकरोड़ रुपये जब ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए खर्च होंगे तो निश्चित तौर पर बुनियादी ढांचे के क्षेत्रों का भी समानांतर विकास होगा. पूरी अर्थव्यवस्था वाइब्रेंट हो जाएंगी, और महाराष्ट्र को आगे बढ़ने में सहयोग मिलेगा.
शिवराज सिंह चौहान ने महाराष्ट्र सरकार से फिर से सर्वे करवाने और जो पात्र नाम 2018 की सूची से छूट गए हैं उन्हें भी शामिल करने की बात कही. उन्होंने कहा कि केंद्र में नरेन्द्र मोदी और राज्य में देवेंद्र जी के नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार गरीबों को उनका हक दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है. कोई पात्र व्यक्ति मकान के हक से वंचित ना रहे, यही हमारा ध्येय है. किसी गरीब के आंखों में आंसू ना रहें, हर गरीब को बुनियादी सुविधाएं मिले, गरीब आगे बढ़े इससे बड़ा सौभाग्य और क्या हो सकता है!
शिवराज सिंह ने कहा कि पहले अगर कोई परिवार 10 हजार रुपये से ज्यादा कमाता था, तो उसको मकान नहीं मिलता था. पात्रता की श्रेणी से बाहर हो जाता था. अब गरीबों को चिंता करने की जरुरत नहीं है, अब 15 हजार रुपये आमदनी भी होगी तो भी मकान दिया जाएगा. पात्रता की श्रेणी में शामिल किया जाएगा. पिछली बार एक नियम और बना था, कि जिसके पास टू-व्हीलर है, मोटर साइकिल, स्कूटर, उसको मकान नहीं देंगे. लेकिन अब यह फैसला कर लिया है कि टू-व्हीलर भी किसी के पास होगा तो उसे भी मकान दिया जाएगा. किसानों के हितों को भी दृष्टिगत रखते हुए यह भी तय हुआ है कि ढाई एकड़ तक सिंचित जमीन वाले और 5 एकड़ तक असिंचित जमीन वाले किसान को भी मकान मिलेंगे ताकि उसका भी घर बन जाए.
शिवराज सिंह चौहान ने महाराष्ट्र सरकार की लाडकी बहना योजना की सराहना करते हुए कहा कि यह सचमुच में अद्भुत योजना है. मध्य प्रदेश में लाडली बहना योजना और महाराष्ट्र में लाडकी योजना गरीब महिलाओं के हित में उठाए गए बड़े कदम हैं. यह पैसे बांटने की योजनाएं नहीं हैं, यह तो गरीब बहनों के आत्मसम्मान की रक्षा की योजनाएं हैं. यह योजनाएं आधी आबादी को सम्मान से जीने का हक प्रदान करती है. लाडकी बहना योजना के लिए महाराष्ट्र सरकार को बधाई देते हुए श्री शिवराज सिंह ने कहा कि इस योजना से आधी आबादी को पूरा न्याय मिलेगा.
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि महिलाओं के विकास के लिए लखपति दीदी योजना पर भी तेजी से काम हो रहा है. मुझे प्रसन्नता हो रही है यह बताते हुए कि महाराष्ट्र में भी लखपति दीदियों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है. कुछ जगह लखपति ही नहीं, महालखपति दीदी भी बन रही हैं. योजना की सफलता का ही परिणाम है कि एक साल में 10 लाख रुपये कमाकर महिलाएं मिलेनियम दीदी भी बन रही हैं. प्रधानमंत्री मोदी जी के संकल्प के अंतर्गत हर बहन को सुखी और समृद्ध बनाना ही हमारा लक्ष्य है. सेवा के काम में निरंतर लगे रहेंगे.
अंत में शिवराज सिंह चौहान ने सभी किसानों से ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ में शामिल होने का भी आह्वान किया.