भूमिहीन किसान व मजदूरों के लिए केंद्र व राज्य सरकार तमाम योजनाएं लेकर आती है. इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किसान व मजदूरों के लिए एक बड़ी सौगात दी गई है. दरअसल, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भूमिहीन किसान, मजदूर और पारंपरिक व्यवसाय के लोगों को 'राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन किसान मजदूर योजना' की पहली किस्त जारी करने की घोषणा की है. बताया जा रहा है कि ये किस्त 26 जनवरी 2022 यानि गणतंत्र दिवस के मौके पर जारी की जाएगी.
26 जनवरी को जारी होगी पहली किस्त (The First Installment Will Be Released On 26 January)
राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन किसान मजदूर योजना के तहत राज्य के लाखों किसानों ने 1 सितम्बर 2021 से 30 नवम्बर 2021 के बीच पंजीयन किया गया था. पंजीकरण के बाद, आवेदनों का विश्लेषण किया गया था. इसी बीच बीते दिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सीएम हाउस में विभिन्न विभागों की समीक्षा बैठक में यह घोषणा करते हुए कहा कि अब इन सभी लाभार्थियों को 26 जनवरी को पहली किस्त जारी की जाएगी.
इस योजना के तहत प्रत्येक परिवार को सालाना 6000 रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी. ग्रामीण क्षेत्रों में भूमिहीन कृषि मजदूरों की पहचान करने तथा उन्हें वार्षिक आधार पर अनुदान उपलब्ध कराने के लिए शुरु की गई है.
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राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन किसान मजदूर योजना क्या है? (What Is 'Rajiv Gandhi Rural Landless Farmer Mazdoor Yojana'?)
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा शुरू की गयी ‘‘राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र में भूमिहीन कृषि मजदूर परिवारों की पहचान करना है. इसके साथ ही भूमिहीन किसान परिवारों को वार्षिक आधार पर आर्थिक अनुदान उपलब्ध कराना है. राज्य में सभी भूमिहीन किसान मजदूर परिवारों के शुद्ध आय में वृद्धि करना है.
साल 2021 के सितम्बर माह से इस योजना का प्रारंभ हो चुका है. ज़िले में पहली किस्त जारी करने के लिए सभी तैयारियां अंतिम दौर में है. राजीव गांधी भूमिहीन कृषि मजदूर योजना का लाभ उठाने के लिए कई शर्तों का पालना जरूरी है. इसमें छत्तीसगढ़ के मूल निवासी जिन परिवारों के पास खेती के लिए भूमि नहीं है. गाय चरवाहा, लकड़ी और लोहे का काम करने वाले, मोची, नाई, धोबी जैसे पारंपरिक काम करने वाले जरूरतमंद की सहायता की जाएगी