Agriculture Invention: महाराष्ट्र में इस समय फसलों पर लगने वाले कीटों के चलते किसान परेशानी में हैं. वहीं, चंद्रपुर जिले में मिर्च पर लगने वाले ब्लैक थ्रिप्स नामक कीटों के अटैक से फसल बड़े पैमाने पर बर्बाद हो रही है. किसानों ने कृषि विभाग से भी इसकी शिकायत की थी, लेकिन किसानों को कोई मदद नहीं मिली.
किसानों की बढ़ती परेशानी को देखते हुए जिले में रहने वाले एक युवा किसान ने कीटों से फसलों को बचाने के लिए एक बहुत ही सस्ता और प्रभावी उपाय खोज निकाला है.
किसान सतीश गिरसावले ने अपनी कड़ी मेहनत और बुद्धि का प्रयोग कर कीड़ों को खत्म करने के लिए सौर ऊर्जा से चलने वाला एक ब्लू लाइट ट्रैप उपकरण बनाया है. उपकरण के नीले रंग का होने के कारण काले थ्रिप्स कीड़े इस मशीन की ओर आकर्षित हो जाते हैं. इससे बड़े पैमाने पर कीटों पर नियंत्रण पाया जा सकता है. यह मशीन अब किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है.
किसान का कहना है कि कीटों के फसल पर प्रभाव कम करने के लिए मैंने देखा कि काले रंग के थ्रिप्स नीले रंग की ओर ज्यादा आकर्षित होते हैं. इसके बाद हमने कृषक स्वराज शेतकरी प्रदुखी कंपनी लिमिटेड के माध्यम से इस पर कुछ परीक्षण किए. इसके बाद सौर ऊर्जा से चलने वाला नीले रंग का लाइट ट्रैप उपकरण हमने बनाया.
बढ़ते कीड़ों के प्रकोप से परेशान थे किसान
चंद्रपुर जिला पूर्वी विदर्भ और तेलंगाना, आंध्र प्रदेश में बड़े पैमाने पर मिर्च की खेती की जाती है. लेकिन इंडोनेशिया से आने वाले ये ब्लैक थ्रिप्स कीट मिर्च की फसल को बहुत नुकसान पहुंचा रहे हैं. किसानों ने कई बार कृषि विभाग से मदद की गुहार लगाई लेकिन उन्हें कोई मदद नहीं मिल पाई.
किसानों को अपनी फसल को बचाने के लिए महंगी दवाओं का प्रयोग करना पड़ता था. फिर भी कीटों का खतरा कम नहीं हुआ. वहीं अब किसान सतीश द्वारा बनाया गया कम कीमत का सौर ऊर्जा से चलने वाला यह उपकरण किसानों के काम आ रहा है.
पढ़ें- Drone Subsidy: सरकार ड्रोन पर दे रही है 50 प्रतिशत की सब्सिडी, इस्तेमाल से खेतीबाड़ी बनेगी आसान
विदर्भ में मिर्च एक प्रमुख नकदी फसल है
विदर्भ में मिर्च एक प्रमुख नकदी फसल है. तेलंगाना के सीमावर्ती क्षेत्रों में मिर्च की फसल का उत्पादन बड़ी मात्रा में होता है. वर्तमान में मिर्च की फसल फूल अवस्था में है. फसलों के लिए विदेशी किस्मों के प्रयोग के कारण मिर्च के पौधों के फूलों पर बड़े पैमाने पर कीट का प्रकोप देखने को मिल रहा है.
इंडोनेशिया से आए ब्लैक थ्रिप्स कीट से किसान भी सहमे हुए हैं. हालांकि ब्लू लाइट ट्रैक उपकरण के प्रयोग के बाद से किसानों की समस्या कम हो रही है.