शिक्षित होना एक वरदान है और इस वरदान को पाने के लिए हर कोई अथक प्रयास करता है. लेकिन कुछ छात्र सही जानकारी न मिल पाने की वजह से उच्च शिक्षण संस्थानों में शिक्षा पाने से अछूते रह जाते है. देश में कुछ ऐसे विश्विद्यालय हैं जहां पढ़ना कई छात्रों के लिए एक सपने के जैसा होता है और इसके लिए छात्र जी तोड़ मेहनत भी करते हैं. आज हम आपको कुछ ऐसे ही अच्छे विश्विद्यालयों के बारे में बताएंगे जहां छात्र दाखिला लेकर अपना भविष्य उज्ज्वल कर सकते हैं. बीते तीन दशकों में लोगों में जितनी तेजी से शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ी है. उतनी ही तेजी से अच्छे और फर्जी विश्विद्यालयों की भी संख्या बढ़ी है. ऐसे में सही शिक्षण संस्थानों का चुनाव करना महत्वपूर्ण है. तो आइए आज हम आपको क्यू आर रैंकिंग से मान्यता प्राप्त विश्विद्यालयों के बारे में बताते है जिससे आप अपने लिए सही उच्च शिक्षण संसथान का चुनाव कर सके.
क्या है क्यूएस (QS) रैंकिंग?
क्यूएस रैंकिंग का पूरा नाम क्वाकरैली सिमंड्स (Quacquarelli Symonds) है. शिक्षा के क्षेत्र में काम करने वाली यह प्रमुख अंतरराष्ट्रीय संस्था है. इसकी स्थापना 1990 में नोनजिय क्वॉकरैली ने की थी. यह कंपनी हर साल दुनिया के बेहतरीन उच्च शिक्षा संस्थानों का गहन सर्वे के बाद लिस्ट जारी करती है. यह लिस्ट लंदन की साप्ताहिक पत्रिका टाइम्स हायर एजुकेशन-टीएचई (Times Higher Education) में प्रकाशित होती है.आपको बता दें कि पहली बार भारत के उच्च शिक्षा संस्थानों की क्यूएस रैंकिंग जारी की गई है. इस रैंकिंग में सरकारी यूनिवर्सिटी, निजी यूनिवर्सिटी और एचई संस्थानों या डीम्ड यूनिवर्सिटी को शामिल किया गया है | यह जानकारी पीआर न्यूज वायर से मिली है. क्यूएस इंडिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग का मकसद भारत के उच्च शिक्षा संस्थानों में पढ़ने-पढ़ाने की असल स्थिति से अवगत कराना है. इस रैंकिंग से पता चलता है कि कहां रिसर्च की बेहतर सुविधा और माहौल है, कहां काफी योग्यता वाले शिक्षक हैं, कहां जॉब करने का माहौल काफी अच्छा है, कहां फैकल्टी और शिक्षक का अनुपात बेहतर है. इस रैंकिंग में आईआईटी का दबदबा दिख रहा है. टॉप 10 में से 6 रैंक पर आईआईटी का कब्जा है. आईआईटी बॉम्बे लिस्ट में टॉप पर है तो दूसरे नंबर पर आईआईएस बेंगलुरु का कब्जा है. दिल्ली यूनिवर्सिटी आठ वें नंबर पर है.
रैंकिंग के पैमानों में फैकल्टी की शैक्षिक योग्यता, रिसर्च के अलावा शिक्षक और छात्र अनुपात शामिल हैं. फैकल्टी की योग्यता के मामले में सभी 20 संस्थानों को पूरे मार्क्स मिले हैं, जहां अधिकांश फैकल्टी पीएचडी धारक हैं. इंस्टिट्यूट ऑफ केमिकल टेक्नॉलजी, मुंबई को रिसर्च के मामले में सर्वाधिक नंबर मिला है. शिवाजी यूनिवर्सिटी, कोल्हापुर, तमिलनाडु कृषि यूनिवर्सिटी, कोयंबटूर को फैकल्टी और स्टूडेंट अनुपात में पूरे नंबर मिले हैं. जॉब का बेहतर माहौल मुहैया कराने के मामले में आईआईटी बॉम्बे, मद्रास, दिल्ली, खड़गपुर, कानपुर और दिल्ली यूनिवर्सिटी ने असाधारण प्रदर्शन किया है. अंतरराष्ट्रीय उच्च शिक्षा संस्थानों में वोटिंग हासिल करने के मामले में आईआईटी बॉम्बे, आईआईटी दिल्ली और आईआईएस बेंगलुरु ने बाजी मार ली है जिनको सर्वाधिक 83,000 वोट मिला है.
क्यूएस इंडिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2019 में शामिल टॉप 15 शिक्षण संस्थान
1. इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी, बॉम्बे
2. इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस, बेंगलुरु
3. इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी, मद्रास
4. इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी, दिल्ली
5. इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी, खड़गपुर
6. इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी, कानपुर
7. हैदराबाद यूनिवर्सिटी
8. दिल्ली यूनिवर्सिटी
9. इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी, रूड़की
10. इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी, गुवाहाटी
11. कलकत्ता यूनिवर्सिटी
12. जादवपुर यूनिवर्सिटी
13. अन्ना यूनिवर्सिटी
14. मुंबई यूनिवर्सिटी
15. बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी
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