सिर्फ 10 एकड़ में 180 प्रकार की विभिन्न फसलें उगाकर अच्छी मोटी कमाई कर रहे अजय जाधव, पढ़ें इनकी संघर्ष की कहानी Small Business Ideas: कम लागत में शुरू करें ये बिजनेस, हर महीने होगी मोटी कमाई! बिहार को ‘मृदा स्वास्थ्य एवं उर्वरता योजना’ के तहत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए मिला ‘प्रशस्ति पत्र’ एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Top Agriculture Business Ideas: कृषि क्षेत्र के कम निवेश वाले टॉप 5 बिजनेस, मिलेगा बंपर मुनाफा! Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! सबसे अधिक दूध देने वाली गाय की नस्ल, जानें पहचान और खासियत
Updated on: 9 April, 2019 12:35 PM IST

भारत में लगभग 70 फीसद आबादी कृषि या खाद्य उत्पादन से जुड़ी हुई हैं जिसमें मछली पालन एक बड़ा व्यवसाय है. मछली पालन व्यवसाय में भारत विश्व में तीसरे स्थान पर है. भारत में लगभग 10 लाख लोग इस व्यवसाय से जुड़े हुए है. जहां एक तरफ जहां इस व्यवसाय में काफी मुनाफा है वही, दूसरी तरफ जोखिम भी है. इन्ही बातों को ध्यान में रखते हुये  पश्चिम बंगाल मत्स्य एवं पशुपालन विज्ञान विश्वविद्यालय (West Bengal University of Animal and Fishery Sciences )  ने एक अच्छा और बड़ा कदम उठया.

दरअसल  पश्चिम बंगाल मत्स्य एवं पशुपालन विज्ञान विश्वविद्यालय ने राज्य सरकार की सहायता से एक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया. ये कार्यक्रम 26 मार्च को शुरू हुआ और 3 दिनों तक चला. इस कार्यक्रम में लगभग 50 लोगों ने हिस्सा लिया. ये सभी लोग मछली व्यवसाय से किसी न किसी प्रकार से जुड़े हुए थे. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का लक्ष्य व्यापारियों को सही ढंग से मछली पालन और उनकी देखभाल करना सिखाना था. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में मछली के सही और स्वस्थ अंडे की पहचान , अंडो की देख रेख करना,  मछलियों को होने वाली बीमारियां और उनके इलाज के साथ ही मछलियों के उचित भोजन और अन्य महत्वपूर्ण बातों के बारे में बताया गया. इस कार्यक्रम में राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से व्यापारियों ने हिस्सा लिया और इसे सफल बनाया. प्रशिक्षण कार्यक्रम में लोगों के रुझान को देखते हुए आयोजकों ने उम्मीद जताई कि  अगली बार और अधिक लोग प्रशिक्षण कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे .

लेखिका : नंदिनी सिंह (मार्केटिंग एंड पीआर एग्जीक्यूटिव)

English Summary: Three day fisheries training program successful
Published on: 09 April 2019, 12:39 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now