देशभर में चारों तरफ प्याज की कीमतों ने जहां कोहराम मचा रखा है वहीं सरकार की लापरवाही लोगों पर भारी पड़ रही है. असामान छूते प्याज के भावों के बीच केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री श्री राम विलास पासवान ने दिल दुखा देने वाली बात कही है. उपभोक्ता मामलात मंत्री ने प्याज के बारे में बताते हुए कहा कि "इस साल भारी बारिश और बाढ़ होने के चलते 65,000 टन प्याज के बफर स्टॉक को नुकसान हुआ है, जिसमें 50 फीसदी प्याज सड़ गया है."
रखरखाव के अभाव में खराब हुए 35 हजार टन प्याजः
प्राप्त जानकारी के मुताबिक सरकारी स्टॉक्स में रखरखाव में लापरवाही बरती गई, वहीं कई जगह संसाधनों के अभाव में स्टोर किये हुए प्याज को बारिश से नुकसान हुआ. आंकड़ों के मुताबिक 35 हजार टन प्याज खराब रखरखाव के कारण सड़कर मिट्टी हो गये.
100 से 150 रूपये तक पहुंच गया है प्याजः
देशभर में प्याज के दाम सातवें आसमान पर पहुंच चुके हैं. दिल्ली, कोलकाता, मुम्बई और चेन्नई जैसे महागनरों में तो प्याज के दाम 100 से 120 रुपये प्रति किलोग्राम तक जा पहुंचें हैं.
प्याज पर है आयकर की नजरः
प्याज की जमाखोरी और बड़ते हुए दामों से आयकर विभाग अनजान नहीं है. गैर-कानूनी तौर पर स्टोर करके रखे गये प्याज के अलग-अलग ठिकानों पर आयकर विभाग का डंडा चल चुका है. इस मामले पर अभी भी छापेमारी का दौर जारी है.
भारी बारिश-बाढ़ के कारण बढ़े प्याज के भावः
प्याज के दाम बढ़ने का कारण देशभर आयी भारी बारिश और बाढ़ है. विशेषकर सितम्बर-अक्टूबर माह में महाराष्ट्र व मध्य प्रदेश में आयी भारी बरसात से प्याज को गंभीर नुकसान हुआ है. हालांकि इस बीच ऐसी भी खबरे सुनने को मिलती रही कि बड़े स्तर पर व्यापारियों ने प्याज को गैर कानूनी रूप से स्टोर कर रखा है, जिस कारण दामों में उछाल आया है.