सोमानी क्रॉस X-35 मूली की खेती से विक्की कुमार को मिली नई पहचान, कम समय और लागत में कर रहें है मोटी कमाई! MFOI 2024: ग्लोबल स्टार फार्मर स्पीकर के रूप में शामिल होगें सऊदी अरब के किसान यूसुफ अल मुतलक, ट्रफल्स की खेती से जुड़ा अनुभव करेंगे साझा! Kinnow Farming: किन्नू की खेती ने स्टिनू जैन को बनाया मालामाल, जानें कैसे कमा रहे हैं भारी मुनाफा! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 14 January, 2019 4:32 PM IST

आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सियासी जमीं पर अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए सभी राजनीतिक दल अलग-अलग हथकंडे अपना रहे हैं. हाल ही में मोदी सरकार ने गरीब सवर्णों को 10 फीसद आरक्षण का लाभ देकर बड़ा चुनावी मास्‍टर स्‍ट्रोक खेला है. आरक्षण का लाभ देने के बाद अब मोदी सरकार किसानों, बेरोजगारों और गरीबों के लिए खजाना खोलने जा रही है.  मीडिया में आई ख़बरों के मुताबिक, केंद्र सरकार अगली कैबिनेट बैठक में सभी तरह के किसानों, बेरोजगारों और गरीब लोगों को एक मुश्त 30 हजार रुपये की मदद देने का फैसला कर सकती है. यह बैठक मकर संक्रांति के एक दिन बाद यानि 16 जनवरी को होगी. अगर कैबिनेट इस योजना पर मोहर लगा देती है तो सवर्ण आरक्षण के बाद यह सरकार का एक और मास्टर स्ट्रोक हो सकता है.

ख़बरों के मुताबिक, 'यूनिवर्सल बेसिक इनकम स्कीम' (यूबीआई) के तहत यह मदद दी जाएगी. हालांकि, इस स्कीम के लागू होने के बाद लोगों को राशन और एलपीजी सिलेंडर पर मिलने वाली सब्सिडी का फायदा नहीं मिलेगा. बता दें कि इसमें वो किसान भी शामिल होंगे, जो दूसरों के यहां मजदूरी करते हैं. मोदी सरकार की इस योजना के मुताबिक गरीब किसानों व बेरोजगारों को प्रत्येक महीना 2500 रुपया दिए जाएंगे. योजना की राशि को वार्षिक आधार पर दिए जाने का प्रावधान किया जा सकता है.  

क्या है मोदी सरकार की स्कीम ?

किसानों को कर्ज से राहत देने के लिए मोदी सरकार ने जिन दो मॉडलों का अध्ययन किया है उसमें ओडिशा का मॉडल ज्यादा बेहतर है. ओडिशा राज्य के 'कालिया' मॉडल में किसानों को 5 क्रॉप सीजन में 25,000 रुपये दिए जाते हैं. हालांकि, मोदी सरकार किसानों को राहत देने के लिए फसल सीजन की बजाय साल में एक ही बार आर्थिक मदद देने के लिए  विचार कर रही है.

क्या है यूनिवर्सल बेसिक इनकम स्कीम?

इस स्कीम के तहत सरकार देश के प्रत्येक नागरिक को हर माह एक तय राशि देगी. भले ही वह किसी प्रकार से देश के आर्थिक-सामाजिक, भौगोलिक सांचे से सबंध रखता हो. इसके लिए उन्हें अपने आर्थिक हालात को साबित करने की जरूरत नहीं होगी. हालांकि, सरकार दी जाने वाली राशि को महंगाई दर के आधार पर तय करेगी. साथ ही अगर कोई व्यक्ति इस योजना का फायदा उठाकर आमदनी का कोई दूसरा जरिया बनाता है तो सरकार उस पर टैक्स लगाकर इसके फायदे को नियंत्रण भी करेगी.

English Summary: this scheme of Modi Government 30 thousand rupees will come into the farmers' account
Published on: 14 January 2019, 04:34 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now