दशहरा देश एक ऐसा त्योहार है जिस दिन लोग किसी जलती हुई चीज को देखने के लिए दूर- दूर से आते हैं, वर्ना आग लगने पर लोग सबसे पहले उसे बुझाने के लिए दौड़ते हैं. खैर यह आग कोई मामुली आग नहीं है, सदियों से बुराई के प्रतीक रावण को दहन करने के लिए दशहरा के दिन रावण का पुतला जलाया जाता है. इसी पुतला जलाने की श्रेणी में हिमाचल के कुल्लू से लेकर राजस्थान में कोटा और दक्षिण भारत में कर्नाटका के मंगलोर तक दशहरे का आयोजन काफी खास अंदाज में किया जाता है.
भारत में दशहरा के लिए प्रसिद्ध शहर
बस्तर, छत्तीसगढ़
धर्मिक मान्यताओं के अनुसार बताया जाता है कि बस्तर में ही भगवान राम ने अपना वनवास व्यतीत किया था, जिसके चलते बस्तर के जगदलपुर के दंतेश्वेरी मंदिर में दशहरा का भव्य आयोजन किया जाता है. इसके अलावा यहां पर रावण के वध के बजाए रथ यात्रा निकालकर दशहरा मनाया जाता है.
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कुल्लू, हिमाचल प्रदेश
हिमाचल प्रदेश का कुल्लू अपनी खूबसूरती की वजह से देश- दुनिया के लोगों के लिए एक आकर्षण का केंद्र है. लेकिन यहां की खूबसूरती ही नहीं यहां का दशहरा भी काफी ज्यादा प्रसिद्ध है, क्योंकि यहां पर दशहरा सात दिनों तक मनाया जाता है और इसे इंटरनेशनल फेस्टिवल का भी दर्जा प्राप्त है.
कोटा, राजस्थान
राजस्थान का कोटा जिला वैसे तो वहां के कोचिंग सेंटरों की वजह से पूरे देश में जाना जाता है. लेकिन वहां के दशहरा के बारे में बहुत ही कम लोग जानते हैं. कोटा में दशहरा के अवसर पर भव्य मेला लगता है और भजन कीर्तन का एक कॉम्पटीशन भी आयोजित किया जाता है. यही नहीं इसे देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं.
मैसूर, कर्नाटक
मैसूर का दशहरा भी देश में अपना एक अलग स्थान रखता है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार यह कहा जाता है कि मैसूर का नाम महिषासुर नामक असुर के नाम पर पड़ा था और दुर्गा माता ने इसका वध किया था. इसके अलावा यहां पर भी रथ यात्रा निकालकर दशहरा मनाया जाता है.