कृषि यानी खेती-किसानी में निवेश करने का यह सबसे सही समय है. जहां एक तरफ कोविड-19 के कारण कई सेक्टर में मंदी है. वहीं, खेती लाभ का सौदा बनकर सामने आई है. इसके अलावा इस क्षेत्र में निवेश एक कम जोखिम वाला है जो महंगाई के साथ तालमेल रखता है और लॉगटर्म में निवेश करने से काफी फायदेमंद साबित होता है. इसलिए यहां जानिए वो तीन तरीके, जिनसे आपको खेती में बेहतर परिणाम और रिटर्न मिल सकता है.
1.उपज से कमाई
निवेशक फसल कटाई से पैसा बना सकते हैं. अधिकांश फसलें वार्षिक होती हैं, लेकिन कुछ स्थानों पर प्रति वर्ष कई फसलें हो सकती हैं. कुछ मामलों में, ये उपज किरायेदार किसानों के साथ या उन ग्राहकों से लंबी अवधि के अनुबंध के माध्यम से सुरक्षित की जाती हैं जो फसलों की खरीद के लिए सहमत होते हैं. यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि फसल बीमा, जो किसान को तबाही की स्थिति में बचाता है, निवेशक को भी बचाता है. इसका मतलब यह है कि भले ही फसलों को नष्ट कर दिया जाए या कमोडिटी की कीमतों में गिरावट के कारण उनके राजस्व में गिरावट आए, किसान को ज्यादा हानि कभी नहीं होगी.
2.कृषि भूमि खरीदना
यह एक तरह से फार्मलैंड में इन्वेस्टमेंट कहलाता है. भारत में लगभग सभी कृषि योग्य भूमि पहले से ही उपयोग में है. शहरी फैलाव और भूमि विकास के कारण खेती योग्य भूमि कम हो गई है, शेष भूमि को और अधिक मूल्यवान बना दिया गया है. इस वजह से, फ़ार्मलैंड मुनाफे का सौदा साबित हो सकता है, जो निवेशकों के लिए फायदेमंद है. आवासीय विकास भी मूल्य में वृद्धि का कारण बन सकता है; यदि कृषि भूमि एक आवासीय क्षेत्र के करीब स्थित है, तो ऐसी भूमि में निवेश करना आपको जबरदस्त मुनाफा दिला सकता है. क्योंकि, इस तरह की भूमि कुछ समय बाद आसानी से आवासीय क्षेत्र में तबदील कराई जा सकती है और इसके दाम जबरदस्त मिलते हैं.
3.फार्मलैंड
फार्मलैंड पर आय उत्पन्न करने के कई अलग-अलग तरीके हैं. इनमें से कुछ तरीके ऐसे हैं कि आपको वहां खेती करना जरूरी नहीं है. अन्य साधनों से भी आप आय अर्जित कर सकते हैं. यदि आपके फार्मलैंड में भरपूर पानी की व्यवस्था है तो आप पानी के अधिकार बेच सकते हैं या किराए पर दे सकते हैं. वहीं, अगर यह फार्मलैंड सड़क के किनारे हैं तो आप इसका कुछ हिस्सा टेलीकाम सेक्टर को टावर लागने के लिए भी दे सकते हैं. इससे आपको जबरदस्त इनकम हो सकती है.