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Updated on: 2 December, 2022 2:38 PM IST
MSP प्याज, टमाटर पर भी !

इस बढ़ती महंगाई के बीच जहां भारत सरकार लगातार कोशिश कर रही है कि आम लोगों व देश के किसानों पर महंगाई का असर न पड़े. इसके लिए सरकार कई कदम भी उठा रही है, लेकिन फिर भी कुछ चीजों की कीमत बाजार में लगातार बढ़ती जा रही है. इस बीच एक खबर और सामने आई है. कर्नाटक में टमाटर और प्याज के किसानों के लिए यह समय बहुत ही मुश्किल से गुजर रहा है.

किसानों का कहना है कि राज्य में फसल की कीमतों में भारी गिरावट आने से उनको फसल में लागत का भी खर्च नहीं मिल पा रहा है. इसी सिलसिले में कोलार जिले के किसानों ने फल और सब्जी उत्पादक संघर्ष समिति (Fruit and Vegetable Producers Struggle Committee) द्वारा सरकार से आग्रह किया है कि प्याज और टमाटर उत्पादकों के लिए वह न्यूनतम समर्थन मूल्य (Minimum Support Price) घोषित करें.

बाजार में प्याज की कीमत 12 रुपए किलो (The price of onion in the market is Rs 12 per kg.)

आपको बता दें कि फिलहाल बाजार में प्याज की कीमत (onion price in the market) 2 रुपए से लेकर 10 रुपए प्रति किलोग्राम हो गई है, लेकिन पिछले कुछ दिनों से बाजार में इनकी कीमत 12 रुपए से लेकर 18 रुपए प्रति किलोग्राम के बीच में स्थिर है. इस कीमत को देखते हुए किसानों का कहना है कि हमारे लिए प्याज की कीमत 12 रुपए किलो बहुत कम है. इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि उत्पादन में इससे तो कहीं अधिक परिवहन, लोडिंग और अनलोडिंग और फसल उगाने में खर्च हो जाता है.  

फसल की इतनी कम कीमत को देखते हुए कुछ किसानों ने अपनी फसल को गडग एपीएमसी यार्ड में बेचने की बजाय बेंगलुरु में बेचने का फैसला लिया. इसी के चलते नवंबर महीने की 22 तारीख को करीब 205 किलो प्याज बेंगलुरु बाजार में पहुंची. वह उन्हें दो रुपए प्रति किलो के हिसाब से बेचनी पड़ी. ऐसे में एक किसान भाई ने कहा कि प्याज की फसल उगाना और फिर उसे अच्छे रिटर्न के लिए बेंगलुरु ले जाना हमारी सबसे बड़ी गलती थी.

टमाटर उगाने वाले किसान (tomato farmer)

टमाटर के किसानों का भी हाल प्याज के किसानों के जैसा ही है. दक्षिण कर्नाटक के किसानों के मुताबिक, थोक बाजार में इस समय टमाटर 5 से 6 रुपए प्रति किलो की दर पर बिक रहे हैं और वहीं फुटकर में इनकी कीमत 8 से 12 रुपए किलो है.

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इस कीमत को देखते हुए यहां के किसानों ने भी सरकार से आग्रह किया है कि प्याज, आलू और टमाटर आदि फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य करने का फैसला ले. ताकि किसान इस परेशानी से निजात पा सकें.

English Summary: The price of onion and tomato made the farmers cry, you will be surprised to know the price
Published on: 02 December 2022, 02:44 PM IST

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