Vegetable price: मौसम में बदलाव के कारण किसानों के साथ-साथ आमजन को काफी नुकसान झेलना पड़ता है. कुछ ऐसी ही स्थिति इस बार भी देखने को मिल रही है. इस बार फरवरी महीने में ही गर्मी ने दस्तक दे दी है, जिसके चलते केंद्र सरकार ने गर्मी से फसलों के उत्पादन पर पड़ने वाले प्रभाव के लिए सतर्क किया है. अब कयास लगाए जा रहे हैं कि आने वाले दिनों में बीते साल की तरह नींबू की कीमतें 400 रुपए तक जा सकती हैं.
खाद्य और आपूर्ति विभाग की मानें तो इस बार गर्मी की सबसे अधिक मार सब्जियों में देखने को मिल सकती है. यदि तापमान में इसी प्रकार से बदलाव देखने को मिलता रहा तो आने वाले दिनों हरी सब्जियों और गेहूं के उत्पादन में कमी देखने को मिलेगी. जिसके चलते महंगाई में फिर से बढ़ोतरी देखने को मिलेगी.
खाने-पीने की चीजें होंगी महंगी
अब खाद्य सामग्री में कीमतों बढ़ोतरी से खाने-पीने की वस्तुओं में इजाफा देखने को मिलेगा. मौसम में बदलाव का असर अब फलों के साथ-साथ टमाटर, हरी सब्जी, गोभी आदि की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है
नींबू की कीमतें पहुंच सकती हैं 400 रुपए
मौसम की बेरूखी को देखते हुए इस बार संभावना जताई जा रही है कि नींबू की कीमतें बीते साल की तरह 400 रुपए तक पहुंच सकती हैं. तो वहीं टीवी 9 की खबरों की मानें तो सब्जियों के उत्पादन में 30 फीसदी तक की कमी देखने को मिल सकती है.
30 रुपए में 250 ग्राम नींबू
गाजीपुर सब्जी मंडी के चेयरमैन सत्यदेव प्रसाद की मानें तो बीते 15 दिनों से लगातार सब्जियों की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. जहां पहले नींबू 30 रुपए प्रति किलो की दर से मिल रहा था वहीं अब मंडी में भाव 60 से 80 रुपए किलो हो गए हैं. जिसके चलते खुदरा बाजार में नींबू के भाव 30 रुपए प्रति 250 ग्राम हो गई है.
तो वहीं बीते वर्ष नींबू के भाव 400 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई थी. अगर मौसम का आलम यूं ही रहा तो आने वाले दिनों में फिर से कीमतें 400 के पार पहुंच सकती हैं. इसके साथ ही खुदरा बाजार में टमाटर और गोभी की कीमतों में भी इजाफा देखने को मिल रहा है.
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आलू-प्याज का बंपर उत्पादन
इस बार किसानों को आलू-प्याज का बंपर उत्पादन प्राप्त हुआ है. जिससे ग्रहकों को थोड़ी राहत जरूर मिली है, क्योंकि मंडियों में आलू-प्याज की आवक बढ़ने से कीमतों में कमी हो रही है. लेकिन वहीं दूसरी तरफ किसानों को अच्छा उत्पादन तो मिला जिसके चलते कीमतों में कमी आ गई.