75 एचपी रेंज में सबसे ताकतवर ट्रैक्टर, जो है किसानों की पहली पसंद हल्दी की खेती ने बदली इस किसान की किस्मत, आज है लाखों में कारोबार PMFBY: फसल खराब पर देश के कई किसानों को मिलता है मुआवजा, इस नंबर पर करें शिकायत खेती के लिए 32 एचपी में सबसे पावरफुल ट्रैक्टर, जानिए फीचर्स और कीमत एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! Guar Varieties: किसानों की पहली पसंद बनीं ग्वार की ये 3 किस्में, उपज जानकर आप हो जाएंगे हैरान!
Updated on: 14 October, 2019 6:59 PM IST

सुमिंतर इंडिया ऑर्गॅनिक्स ने किसानों को जैविक फसल की कटाई - मड़ाई एवं भण्डारण पर प्रशिक्षण दिया. सुमिंतर इंडिया ऑर्गॅनिक्स ने जैविक तरीके से खरीफ फसल उत्पादन हेतु मौसम के शुरुआत से ही किसानों को जैविक विधि से फसल उत्पादन हेतु प्रशिक्षण आयोजन किया जिसकी शुरुआत फसल पूर्व प्रशिक्षण से हुई इसके पश्चात जैविक विधि से कीट  नियंत्रण का प्रशिक्षण दिया अभी बीते सप्ताह में जैविक फसल की कटाई - मड़ाई एवं भण्डारण पर प्रशिक्षण आयोजन किया गया यह प्रशिक्षण महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र के अकोला, अमरावती, बुलढाना, यवतमाल एवं वाशिम में हुए जिसमे लगभग 250 किसानों ने भाग लिया

किसानों को प्रशिक्षण सुमिंतर इंडिया ऑर्गॅनिक्स के वरिष्ठ प्रबंधक (शोध एवं विकास) संजय श्री वास्तव ने दिया. किसान जैविक फसल का उत्पादन पूरे तरीके से करने हैं. परन्तु कटाई - मड़ाई के भण्डारण ने सावधानी न करने के कारण जैविक उत्पादन सुरक्षित हो जाता हैं. जैविक खेती में स्व्यंम उत्पादित बिन की महत्ता हैं. इस लिए किसानों को बताया गया की किसान सर्व प्रथम कटाई के एक दिन पूर्व जाकर खड़ी फसल में अच्छे पौधो की पहचान करके अब चुने पौधो को काटकर अवग एकत्र कर बीन को अलग कर सुखाकर अगली फसल हेतु भण्डारित करें.

इसके पश्चात जून होने या पृथक कारण दुरी क्षेत्र की फसल की कटाई करें एवं अलग रख दें. इस क्षेत्र का उत्पादन जैविक नहीं माना जाता हैं.

इसके पश्चात मुख्य जैविक फसल की कटाई मड़ाई करें.

मड़ाई के दौरान थ्रेसर मशीन की सफाई, मड़ाई का तरीका संक्रमण कैसे बचाये के विस्तार में बताया गया, जैविक अनाज को सुखाते समय अपनीय जाने वाली सावधानी पर भी चर्चा हुई. गावों में उत्पादित अनाज का एक बड़ा भाग उचित भण्डारण के आभाव में ख़राब हो जाता हैं. इसके किये जैविक फसल के भण्डारण में भण्डारगृह - ड्रम, बखारी, बिन, बोरी की सफाई, कीट मुक्त करने का प्रकतिक तरीका बताया गया. यह की बताया गया की पुराने बोर यदि अनाज रखने हेतु उपयोग किये जाते हैं. तो उनका निर्जीवरण एवं डुमरीकरण कैसे प्रकृति विधि से किया जाये जिसमें किसी भी प्रकार के रसायन आदि का प्रयोग न हो. प्रशिक्षण में आये किसानों को सुमिंतर टीम द्वारा बहुलीकरण कृषि आदान एवं वेस्ट डिकम्पोजर घोल को वितरित किया गया. इसका बहुलीकरण का कार्य कम्पनी के महाराष्ट्र के प्रान्त में प्रबंधक राजीव पाटिक एवं सहायक प्रबंधक महेश उन्हाले  के मार्गदर्शन में किया गया. प्रशिक्षण का प्रबन्धन महेश उन्हाले ने किया. प्रशिक्षण  के दौरान किसानों ने फसल कटाई - मड़ाई भण्डारण से सम्बंधित प्रश्न कभी किया जिसका उत्तर संजय श्री वास्तव ने दिया. आये हुए किसानों ने कहा की हम सभी सुमिंतर कम्पनी से आग्रह करते हैं कि ऐसा प्रशिक्षण भविष्य के हमें मिले तो जैविक खेती आसान होगी. अन्त में प्रशिक्षण  में आये किसानों को संजय श्रीवास्तव ने सुमिंतर इंडिया के तरफ से धन्यवाद दिया एवं अग्रह कि किसान पूर्ण जैविक खेती अपनाये.

English Summary: Suminter India conducted training on organic Crop harvest and storage
Published on: 14 October 2019, 07:03 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now