Mahindra Tractors ने अप्रैल 2024 में बेचे 37,039 ट्रैक्टर्स, निर्यात बिक्री में 23% की वृद्धि IFFCO नैनो जिंक और नैनो कॉपर को भी केंद्र की मंजूरी, तीन साल के लिए किया अधिसूचित LPG Price Cut: महंगाई से बड़ी राहत! घट गए एलपीजी सिलेंडर के दाम, जानें नए रेट Small Business Ideas: कम लागत में शुरू करें ये 2 छोटे बिजनेस, सरकार से मिलेगा लोन और सब्सिडी की सुविधा एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! सबसे अधिक दूध देने वाली गाय की नस्ल, जानें पहचान और खासियत
Updated on: 13 July, 2021 7:45 AM IST
Sugarcane Farming

अगर आप एक किसान हैं और बिहार के निवासी हैं, तो आपके लिए खुशखबरी है. दरअसल बिहार सरकार गन्ना किसानों को राहत देने जा रही है. कृषि विभाग के सचिव द्वारा जारी आदेश के मुताबिक, बिहार राज्य की नीतीश सरकार गन्ना किसानों के नुकसान की भरपाई करेगी.

गौरतलब है कि राज्य में आपदा की स्थिति में इस फसल का नुकसान आकलन भी बिहार राज्य का कृषि विभाग ही करेगा.

लाखों गन्ना किसानों को होगा फायदा (Millions of sugarcane farmers will benefit)

इसके अलावा, बिहार सरकार गन्ना किसानों की फसल के नुकसान होने की स्थिति में सब्सिडी की भी व्यवस्था करेगा. जानकारी के लिए बता दें, कि गन्ना की खेती (Sugarcane Cultivation) भी गन्ना उद्योग विभाग (Sugarcane Industries Department) द्वारा नियंत्रित होती है. गौरतलब है कि बिहार सरकार के इस फैसले से 3 लाख हेक्टेयर में Sugarcane Cultivation करने वाले लाखों किसानों को बड़ी राहत मिलेगी़.

गन्ना किसानों को मिलेगी कृषि इनपुट सब्सिडी (Sugarcane farmers will get agricultural input subsidy)

कृषि सचिव डॉ.एन सरवण कुमार ने 8 जुलाई को यह आदेश जारी करते हुए कहा कि राज्य के सभी कृषि पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि,  बाढ़-सुखाड़, असामयिक बारिश एवं अन्य प्राकृतिक आपदाओं की वजह से फसल नुकसान का आकलन सूबे में जब-जब हो,तो गन्ना किसानों की भी फसल के नुकसान का आकलन जरूर किया जाए.

ताकि गन्ने की खेती करने वाले किसानों को भी नियम के मुताबिक कृषि इनपुट सब्सिडी का लाभ दिया जा सके.

कृषि सचिव ने आगे बताया कि राज्य में अनाज और उद्यानिक फसलों के अलावा, गन्ना भी प्रमुख नगदी फसल है. 2.5 से 3 लाख हेक्टेयर में इसकी खेती होती है. वहीं राज्य में सबसे ज्यादा गन्ने की खेती पश्चिम चम्पारण, पूर्वी चम्पारण, सीतामढ़ी, गोपालगंज और मुजफ्फरपुर जिलों में होती है.

आमतौर पर बाढ़ व सुखाड़ की स्थिति में कृषि विभाग फसलों को होने वाले नुकसान का आकलन करता है, इसमें गन्ने की फसल को होने वाले  नुकसान का आकलन नहीं हो पा रहा है.

ऐसे में बिहार सरकार ने यह फैसला किया है कि इस बार अनाज और उद्यानिक फसलों के अलावा, गन्ने की फसल के भी नुकसान का आकलन किया जाएगा और किसानों को नियम के मुताबिक कृषि इनपुट सब्सिडी का लाभ दिया जाएगा.

English Summary: sugarcane farmers will also get agricultural input subsidy
Published on: 13 July 2021, 07:57 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now