अगर आप एक किसान हैं और बिहार के निवासी हैं, तो आपके लिए खुशखबरी है. दरअसल बिहार सरकार गन्ना किसानों को राहत देने जा रही है. कृषि विभाग के सचिव द्वारा जारी आदेश के मुताबिक, बिहार राज्य की नीतीश सरकार गन्ना किसानों के नुकसान की भरपाई करेगी.
गौरतलब है कि राज्य में आपदा की स्थिति में इस फसल का नुकसान आकलन भी बिहार राज्य का कृषि विभाग ही करेगा.
लाखों गन्ना किसानों को होगा फायदा (Millions of sugarcane farmers will benefit)
इसके अलावा, बिहार सरकार गन्ना किसानों की फसल के नुकसान होने की स्थिति में सब्सिडी की भी व्यवस्था करेगा. जानकारी के लिए बता दें, कि गन्ना की खेती (Sugarcane Cultivation) भी गन्ना उद्योग विभाग (Sugarcane Industries Department) द्वारा नियंत्रित होती है. गौरतलब है कि बिहार सरकार के इस फैसले से 3 लाख हेक्टेयर में Sugarcane Cultivation करने वाले लाखों किसानों को बड़ी राहत मिलेगी़.
गन्ना किसानों को मिलेगी कृषि इनपुट सब्सिडी (Sugarcane farmers will get agricultural input subsidy)
कृषि सचिव डॉ.एन सरवण कुमार ने 8 जुलाई को यह आदेश जारी करते हुए कहा कि राज्य के सभी कृषि पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि, बाढ़-सुखाड़, असामयिक बारिश एवं अन्य प्राकृतिक आपदाओं की वजह से फसल नुकसान का आकलन सूबे में जब-जब हो,तो गन्ना किसानों की भी फसल के नुकसान का आकलन जरूर किया जाए.
ताकि गन्ने की खेती करने वाले किसानों को भी नियम के मुताबिक कृषि इनपुट सब्सिडी का लाभ दिया जा सके.
कृषि सचिव ने आगे बताया कि राज्य में अनाज और उद्यानिक फसलों के अलावा, गन्ना भी प्रमुख नगदी फसल है. 2.5 से 3 लाख हेक्टेयर में इसकी खेती होती है. वहीं राज्य में सबसे ज्यादा गन्ने की खेती पश्चिम चम्पारण, पूर्वी चम्पारण, सीतामढ़ी, गोपालगंज और मुजफ्फरपुर जिलों में होती है.
आमतौर पर बाढ़ व सुखाड़ की स्थिति में कृषि विभाग फसलों को होने वाले नुकसान का आकलन करता है, इसमें गन्ने की फसल को होने वाले नुकसान का आकलन नहीं हो पा रहा है.
ऐसे में बिहार सरकार ने यह फैसला किया है कि इस बार अनाज और उद्यानिक फसलों के अलावा, गन्ने की फसल के भी नुकसान का आकलन किया जाएगा और किसानों को नियम के मुताबिक कृषि इनपुट सब्सिडी का लाभ दिया जाएगा.